Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) को आड़े हाथ लिया. उद्धव ठाकरे ने कहा, 'उन्होंने मराठियों और उनके गौरव का अपमान किया है और वह समाज को समुदाय के आधार पर विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं.' ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने राज्यपाल (Governor) पर हमला जारी रखते हुए कहा, 'मैं राज्यपाल (Governor) के पद पर बैठे किसी का अपमान नहीं करना चाहता. मैं कुर्सी का सम्मान करता हूं, लेकिन भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने मराठियों का अपमान किया और लोगों में नाराजगी है. राज्यपाल (Governor) धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं, वह हर सीमा को पार कर रहा है.'
उद्धव ने कहा, 'राज्यपाल राष्ट्रपति के संदेशवाहक होते हैं, वह पूरे देश में राष्ट्रपति की बात मानते हैं, लेकिन अगर वह वही गलतियां करते हैं तो उनके खिलाफ कौन कार्रवाई करेगा? उन्होंने मराठियों और उनके गौरव का अपमान किया है.' दरअसल, शिवसेना प्रमुख का बयान महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी की प्रतिक्रिया के बाद आया है. जिसमें कोश्यारी ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को महाराष्ट्र से हटा दिया गया, तो मुंबई देश की वित्तीय राजधानी नहीं रहेगी.
कोश्यारी के बयान से राज्य में सियासी घमासान
भगत सिंह कोश्यारी के इस बयान ने महाराष्ट्र में सियासी तूफान खड़ा कर दिया, जिसमें कई लोगों ने कहा कि मराठी लोगों की भावनाओं को आहत किया गया है. साथ ही उनके योगदान को नजरअंदाज किया गया. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल के इस बयान से किनारा करते हुए कहा, ये उनका निजी बयान हो सकता है, 'सरकार का उनके बयान से कोई लेना-देना नहीं है.'
विपक्ष ने राज्यपाल की कड़ी निंदा की
वहीं, राज्यपाल के बयान का विरोध करने के लिए कई राजनीतिक नेताओं ने ट्विटर का सहारा लिया. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'कोश्यारी का भाषण महाराष्ट्र के लोगों का अपमान है'. उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस बयान की निंदा करने की अपील की.
बयान को लेकर संजय राउत का ट्वीट
संजय राउत ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, 'बीजेपी प्रायोजित मुख्यमंत्री के सत्ता में आते ही मराठी व्यक्ति का अपमान हो जाता है. सीएम शिंदे को कम से कम राज्यपाल की निंदा करनी चाहिए. ये मराठी मेहनती लोगों का अपमान है'. एक अन्य ट्वीट में राउत ने कहा, 'मुख्यमंत्री शिंदे क्या आप सुन रहे हैं? क्या आपका महाराष्ट्र अलग है? अगर आपमें स्वाभिमान है, तो राज्यपाल का इस्तीफा मांगें'
भगत सिंह कोश्यारी का पूरा बयान, जानिए
बता दें शुक्रवार को मुंबई के अंधेरी में दिवंगत शांतिदेव चम्पालालजी कोठारी के नाम पर एक चौक का नाम रखने के लिए आयोजित एक स्पीच के दौरान कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने कहा, 'कभी-कभी मैं महाराष्ट्र (Maharashtra) में लोगों से कहता हूं कि अगर गुजराती और राजस्थानी लोगों को यहां से हटा दिया जाता है, तो आप के साथ छोड़ दिया जाएगा पैसा नहीं है. आप मुंबई को वित्तीय राजधानी कहते हैं, लेकिन अगर इन दोनों राज्यों के ये लोग यहां नहीं हैं, तो इसे वित्तीय राजधानी नहीं कहा जाएगा.'
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