मुंबई: राज ठाकरे आज महाराष्ट्र में बिजली बील के विषय को लेकर राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी से मिलने पहुंचे. दोनों के बीच आधे घंटे तक बातचीत हुई और मुलाकात के बाद जाते-जाते राज्यपाल ने राज ठाकरे से पूछा कि 'आपकी हिंदी बोली काफ़ी अच्छी है. कैसे?' जिसपर राज ठाकरे ने जवाब दिया, ‘मैं हिंदी फ़िल्में बहुत देखता हूं.’


राज ठाकरे से मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने हंसी भरे लहजे में कहा, ''एक साल से मैं आपकी राह देख रहा हूं, महाराष्ट्र के राज के आज दर्शन हूए.''


मुलाकात के दौरान राज ठाकरे ने फुलो का गुच्छा और आवेदन पत्र राज्यपाल को दिया.


राज्यपाल से राज ठाकरे ने कहा, ''बिजली का बिल ज्यादा आने से लोगों को दिवक्ते हो रही हैं, जहां 5000 बिल आता था वहीं अब 25 हजार आ रहा है. लॉकडाउन की वजह से लोगों के रोजगार बंद हैं, ऐसे में लोग पैसे कहां से लाए.''


राज ठाकरे ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों से हम इस संदर्भ में संबंधित विभाग के मंत्री और अधिकारीयों से बातचीत कर रहे हैं, हमने कई आंदोलन भी किए. फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला. हमें ऐसी जानकारी मिली है कि सरकार की बैठक हो चुकी है. सब तय हो चूका है, लेकिन शिवसेना-राष्ट्रवादी में क्रेडिट वॉर को लेकर चल रहे घमासान की वजह से लोगों को राहत नहीं मील रही है. यह विभाग कांग्रेस के पास होने की वजह से पार्टी का आपस मे ताल मेल नहीं बैठे रहा है. इसलिए अगर आप इसमें दखल देकर कर्रवाई करेंगे तो बेहतर होगा.''


राज ठाकरे की बात का जवाब देते हुए राज्यपाल ने कहा, ''इस सरकार में शरद पवार की बात सुनी जाती है, इसीलिए आप एक बार शरद पवार जी से बात करें, मैं सरकार को पत्र लिखूंगा पर इसका संज्ञान सरकार कितना लेगी ये नहीं कह सकता. आप अगर एक बार शरद पवार से बात करें तो शायद इसका हल निकल आये, लेकिन फिर भी मैं संबंधित विभाग के अधिकारीयों से बातचीत करुंगा.''


राज ठाकरे ने कहा कि वह इस बारे में शरद पवार से बात जरूर करेंगे, लेकिन राज्य के प्रमुख के रूप में वह राज्यपाल द्वारा लोगों के हित में एक कदम उठाने की अपेक्षा करते हैं. एमएनएस महासचिव बाला नंदगांवकर ने कहा, ''नितिन राउत कहते हैं कि अगर केंद्र 10,000 करोड़ रुपये दे, तो हम लोगों को राहत दे सकते हैं.''


इस पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा, ''जब ये कंपनियां खड़ी होती हैं, तो केंद्र सरकार हमेशा बुनियादी ढांचे के लिए मदद करती है. मैं मेरे अधिकार का इस्तेमाल करके सारे उचित कदम उठाउंगा.''


दूसरे मुद्दे पर राज्यपाल का ध्यान आकर्षित करते हुए एमएनएस के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा, ''दूध की वृद्धि का मुद्दा किसानों के लिए महत्वपूर्ण है. किसानों को कोरोना के कारण नुकसान उठाना पड़ा है. उन्हें भी राहत मिलनी चाहिए.''


राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आश्वासन दिया कि वह किसानों के हित के लिए उचित कदम उठाएंगे. इस चर्चा में राज्यपाल ने सरकार के कामकाज पर यह सवाल उठाए. बातचीत के दौरान राज्यपाल ने सरकार की कार्यप्रणाली पर भी नाराज़गी व्यक्त की.

बातचीत के दौरान राज्यापाल ने राज ठाकरे की हिंदी की भी तारीफ की, और यह राज जानने की कोशिश की कि उनकी हिंदी इतनी बेहतर कैसे है? जिसके जवाब में राज ठाकरे ने कहा कि वह हिंदी फिल्में देखते हैं, इस वजह से उनकी हिंदी थोड़ी बेहतर है.