मुंबई: महाराष्ट्र में आज तड़के शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी और कुछ विधायकों के साथ बीजेपी को समर्थन दे दिया. जिसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आनन-फानन में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.


अब एनसीपी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता नवाब मलिक ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि अजित पवार को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया है. साथ ही मलिक ने कहा कि अब तक सिर्फ पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो पाया है. आज सुबह कम से कम 11 से 12 विधायक अजित पवार के साथ राजभवन गए थे. जिसमें से सात विधायकों ने शाम तक शरद पवार के साथ वफादारी दिखाई.


मुंबई में शरद पवार के नेतृत्व में एनसीपी की बैठक हुई जिसमें पांच विधायकों को छोड़कर सभी उपस्थित रहे. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सभी विधायकों को अब होटल में शिफ्ट किया जा रहा भेजा जा रहा है. एनसीपी को विधायकों की खरीद-फरोख्त का डर है.


एनसीपी के विधायकों की बैठक में निम्न प्रस्ताव पारित हुए:-
1)अजित पवार ने बीजेपी के साथ सरकार बनाकर पार्टी के खिलाफ बर्ताव किया है इसलिए 30 अक्टूबर को उन्हें जो विधायक दल का नेता चुना गया था उस चुनाव को रद्द किया जाता है.
2) अजीत पवार को विधायक दल के नेता के तौर पर हटाया गया. उनसे व्हिप जारी करने के अधिकार छीने गए.
3) अजित पवार पर क्या कार्रवाई की जाए इसका फैसला शरद पवार और जयंत पाटील पर छोड़ा गया.
4) जयंत पाटील को अंतरिम तौर पर विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी दी गई.


नासिक जिले के एनसीपी विधायक दिलीप बंकर और माणिकराव कोकाटे ने अलग अलग ट्वीट करके कहा कि शपथग्रहण समारोह के बारे में उन्हें अंधेरे में रखा गया था. दोनों विधायकों ने कहा कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ हैं और पार्टी अध्यक्ष के प्रति अपनी एकजुटता दिखायी.


इससे पहले पांच एनसीपी विधायक - राजेंद्र सिंगणे (बुलढाणा), संदीप क्षीरसागर (बीड), सुनील शेल्के (मवाल), सील भुसारा (विक्रमगाड), नरहरि जिरवाल (डिंडोरी) और सुनील टिंगरे (वडगांव शेरी) - ने सुबह शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद वापस पार्टी में लौट आये.


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अब बड़ा सवाल है कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी की सरकार के साथ कितने विधायक हैं? महाराष्ट्र के 288 सदस्यीय सदन में बीजेपी के 105, शिवसेना के 56, एनस के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं . बहुमत का आंकड़ा 145 है.