Maharashtra Gurudwara Attack: नांदेड़ में पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप में 22 गिरफ्तार, 500 के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने हत्या, दंगा और हथियार अधिनियम और अन्य धाराओं में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. प्राथमिकियों में लगभग 74 लोगों के नाम दर्ज हैं.सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में गुरुद्वारे से निकलती सिखों की भीड़ देखी जा सकती है, जिनके हाथ में तलवारें हैं. ये लोग पुलिस के अवरोधकों को तोड़ कर पुलिसकर्मियों पर हमला करते हुए दिख रहे हैं.
Maharashtra Gurudwara Attack: महाराष्ट्र के नांदेड़ में गुरुद्वारा में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. नांदेड़ में कोरोना महामारी के कारण जुलूस निकालने की अनुमति नहीं मिलने पर तलवार लिए सिखों की एक भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था. श्री हुजूर साहेब गुरुद्वारे में हुई घटना के संबंध में 500 से ज्यादा लोगों को खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
वजीराबाद पुलिस ने 74 लोगों की पहचान की
तीन प्राथमिकियों में नांदेड़ जिले में वजीराबाद पुलिस ने 74 लोगों की पहचान की और उन्हें नामजद किया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों और वांछित व्यक्तियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, दंगा फैलाने के आरोपों और हथियार कानून के प्रावधानों के तहत मामले दर्ज किये गये हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में गुरुद्वारे से निकलती सिखों की भीड़ देखी जा सकती है, जिनके हाथ में तलवारें हैं. ये लोग पुलिस के अवरोधकों को तोड़ कर पुलिसकर्मियों पर हमला करते हुए दिख रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि हिंसा की घटना में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए और आठ वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने कहा कि एक घायल पुलिसकर्मी की हालत गंभीर है.
गुरुद्वारा समिति के सदस्यों की भूमिका की भी होगी जांच- पुलिस
अधिकारी ने कहा कि पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घटना में कहीं गुरुद्वारा समिति के किसी सदस्य की भूमिका तो नहीं है. नांदेड़ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक निसार तम्बोली ने कहा, “हमने हत्या, दंगा और हथियार अधिनियम और अन्य धाराओं में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. प्राथमिकियों में लगभग 74 लोगों के नाम दर्ज हैं और अन्य की तलाश की जा रही है.”
अधिकारी ने बताया था कि कोरोना वायरस महामारी के कारण ‘होला मोहल्ला’ जुलूस की अनुमति नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा था, “गुरुद्वारा समिति को इसकी सूचना दी गई थी और उन्होंने हमें आश्वासन दिया था कि हमारे निर्देशों का पालन करेंगे और गुरुद्वारा परिसर के भीतर अपना कार्यक्रम करेंगे. जब सोमवार शाम को चार बजे गेट पर निशान साहब लाया गया तब कई लोगों ने बहस शुरू कर दी और गेट से लगभग 300 युवा बाहर निकल आए और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला किया.
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