मुंबई: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को कहा कि राज्य को जीसीसी बायोटेक लिमिटेड से 12.50 लाख ऐसी आरटी-पीसीआर कोरोना वायरस जांच किट मिलीं जो गुणवत्ता के मानदंडों पर खरी नहीं उतरती हैं. टोपे ने अपने गृहनगर जालना में कहा कि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने पाया कि ये किट गुणवत्ता के ‘मानदंड’ पर खरी नहीं हैं.


उन्होंने कहा कि राज्य को ये किट जीसीसी बायोटक लिमिटेड से मिली हैं. राज्य ने प्रयोगशालाओं को अगले आदेश तक इन किटों का इस्तेमाल रोकने का आदेश दिया है. मंत्री ने बताया कि जीसीसी बायोटक से आपूर्ति हुई किटों में संक्रमण दर कम आ रही थी जिसके बाद इसकी जांच के लिए एक समिति गठित की गई. इस समिति में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक भी शामिल हैं.


बता दें कि भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 71 लाख के पार हो चुकी है. अब तक कुल 71 लाख 75 हजार 880 लोग संक्रमित हो चुके है और 1 लाख 9 हजार 856 लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि, राहत की बात है कि इसमें से 62 लाख 27 हजार 295 मरीज संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं.


अब देश में सिर्फ 8 लाख 38 हजार 729 एक्टिव पेशेंट हैं जिनका इलाज चल रहा है. भारत में लगातार संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ रही है जिसका रिकवरी रेट 86.78 फीसदी है. वहीं मृत्यु दर 1.53 फीसदी है और इसमें भी गिरावट दर्ज की का रही है.


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