मुंबई: पाकिस्तान से आए आतंकी हमले की धमकी के बाद मुंबई में हाई अलर्ट है. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई के सभी महत्वपूर्ण ठिकानों पर सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए हैं. मुंबई पुलिस इंटरपोल और आईबी की मदद से पाकिस्तान से आए इस कॉल और कॉलर की पूरी जानकारी लेने में जुटी है.


कॉल करने वाले शख़्स ने खुद को आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का आतंकी बताया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ कॉल पाकिस्तान में ट्रेस किया गया है और उसकी पहचान भी की गई है. देश की ख़ुफ़िया एजेंसी की मदद से इस कॉलर की पहचान का वेरिफ़िकेशन किया जा रहा है.


‘हैलो... ताज होटल में फिर से आतंकी हमला होगा...’ 


मुंबई के प्रमुख धार्मिक स्थल, पांच सितारा होटल, महत्वपूर्ण सरकारी और ग़ैर सरकारी ठिकानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जिनमें ताज महल पैलेस होटल, ताज लैंडसएंड होटल, सिद्धिविनायक मंदिर, बाबूलनाथ मंदिर, मुंबादेवी मंदिर, हाजी अली दरगाह, मुंबई स्टॉक एक्सचेंज, मंत्रालय, हाई कोर्ट समेत मुंबई के पांच सितारा होटल शामिल है.


इसके अलावा मुंबई के कोरोना की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए लगाए गए नाकाबंदी को इस धमकी के बाद बढ़ा दिया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक़ मुंबई में कुल 191 जगह पर नाकाबंदी लगाई गई है. साथ ही कोस्टल पेट्रोलिंग को भी बढ़ाया गया है.


मंगलवार की मध्यरात्रि के 12.30 बजे मुंबई के ताज मंगल पैलेस और ताज लैंड्ज़ एंड होटल को पाकिस्तान के एक ही नंबर से काॅल आया. फोन नंबर का कंट्री कोड +92 था यानि पाकिस्तान का था. पहला कॉल होटल ताज लैंड्ज़ एंड को किया गया जो करीब 37 सेकेंड तक चला और दूसरा कॉल होटल ताज महल पैलेस को किया गया जो कॉल करीब 45 सेकेंड तक चला.


दोनों ही बार कॉल करनेवाले शख़्स ने खुद की पहचान आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के आतंकी के तौर पर की और कहा ‘ ताज होटल में 26/11 जैसा आतंकी हमला दोबारा होगा.’ कॉल करनेवाला शख़्स हिंदी में बात कर रहा था.


महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि कराची स्टाॅक एक्सचेंज पर हुए आतंकी हमले के बाद मुंबई के ताज होटल में आए फ़ोन के बाद मैंने राज्य के डीजी और सीपी मुंबई के साथ चर्चा की और उन्हें टार्गेट और संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था पर नज़र बनाए रखने के आदेश दिए हैं.


दरअसल इस धमकी को इसलिए भी गंभीरता से लिया जा रहा है क्योंकि ये कॉल सीधे पाकिस्तान से आया था. भारती चीन सीमा विवाद और सरहद पर पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बीच इस धमकी के हल्के में लेने की चूक मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार नहीं करना चाहती है. क्योंकि मुंबई हमेशा से ही दहशतगर्दों के निशाने पर रहा है और पिछले 7 सालों में भारतीय एजेंसी और सुरक्षाकर्मियों ने मुंबई जैसे शहरों को आतंकी हमले से बचा रखा है.


सूत्रों के मुताबिक़, कॉल पाकिस्तान के कराची से आने की जानकारी मिली है लेकिन ये कॉल कम्प्यूटर से किया गया या फ़ोन से इसकी जांच जारी है. मुंबई पुलिस इंटरपोल, आयबी की मदद से इस कॉलर की सही पहचान करने में जुटी है.


मुंबई पुलिस ने इस कॉल की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय और भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी को भी दी जिनके मदद से इस मामले की तहक़ीक़ात की जा रही है.


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