मुंबई: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले पर एम्स की रिपोर्ट के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को उन लोगों से माफी की मांग की जिन्होंने इस मामले पर राज्य को "बदनाम" किया है.


दरअसल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सा बोर्ड ने पिछले सप्ताह एक रिपोर्ट में राजपूत की हत्या किए जाने से इनकार किया है और इसे "लटकने और खुदकुशी से मौत होने का मामला" बताया है.


राजपूत (34) 14 जून को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में फंदे से लटके मिले थे. मुंबई पुलिस ने मामले की शुरुआती जांच की थी लेकिन उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अगस्त में मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई. इस मामले को लेकर महाराष्ट्र और बिहार पुलिस के बीच भी टकराव देखा गया था.


छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश रची गई- देशमुख


देशमुख ने यहां पत्रकारों से कहा, "महाराष्ट्र कोविड-19 से लड़ रहा था. ऐसे समय में छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश रची गई." किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना मंत्री ने कहा, "कुछ पार्टियों ने महाराष्ट्र, मुंबई पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की. उन्हें महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा, महाराष्ट्र के लोग उन्हें क्षमा नहीं करेंगे."


उन्होंने बिहार चुनाव के लिए बीजेपी के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से पूछा कि क्या वह बिहार के पूर्व पुलिस प्रमुख और जदयू नेता गुप्तेश्वर पांडे के लिए भी प्रचार करेंगे जिन्होंने इस मामले को लेकर महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को "बदनाम" किया था.


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