मुंबई: एनसीपी प्रमुख शरद पवार को चुनाव आयोग के निर्देश पर इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस भेजा है. नोटिस उनके चुनाव के दौरान दायर किए गए उस हलफनामा को लेकर है, जिसमें उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने उनकी बेटी और राज्यसभा सांसद सुप्रिया सुले एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच पर प्रतिक्रिया जाननी चाहिए, लेकिन उन्होंने यह कहकर सबको चौंका दिया कि एक नोटिस खुद उन्हें भी मिला है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पूरे देश के तमाम नेताओं को छोड़कर नोटिस भेजने के लिए सिर्फ हम ही मिले हैं. इस बात का हमें आनंद है. पवार ने बताया कि पिछले डेढ़ दशक के दौरान चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने और उनकी बेटी सुप्रिया सुले ने जितने भी हलफनामे चुनाव आयोग को सौंपे हैं, उन सब को लेकर नोटिस भेजा गया है.
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य हैं, जबकि उनके बेटे आदित्य ठाकरे विधानसभा के. वहीं शरद पवार और सुप्रिया सुले राज्यसभा एवं लोकसभा की सदस्य हैं. हाल ही में चुनाव आयोग के पास शिकायतें आईं कि उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और सुप्रिया सुले ने जो चुनाव पूर्व हलफनामे दायर किए हैं, उनमें गड़बड़ी है और सही तथ्यों को हलफनामे में पेश नहीं किया गया है. इसके बाद चुनाव आयोग ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स को इस मामले में आरोपों की जांच के आदेश दिए.
हालांकि शिवसेना ऐसे नोटिसों को तकनीकी मानकर उन्हें खारिज कर रही है, लेकिन सियासी हलकों में यह माना जा रहा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार महाराष्ट्र में अपनी विरोधी पार्टियों की ओर से बनाई गई सरकार के प्रमुख नेताओं को अड़चन में लाने के लिए यह करवा रही है.