महाराष्ट्र सरकार के नए दिशा-निर्देश के अनुसार 1 अप्रैल 2022 से घरों पर लगने वाली स्टैंप ड्यूटी में एक परसेंट की बढ़ोतरी की जाएगी. सरकार का यह फैसला मुंबई समेत उन शहरों के लिए है जहां मेट्रो संचालन को लेकर निर्माण कार्य चल रहे हैं. बढ़े हुए टैक्स को आम नागरिक मेट्रो सेस के नाम से भी समझ सकते हैं. राज्य सरकार के इस फैसले के बाद लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ जाएगा और यही वजह है कि बीते कुछ दिनों में मुंबई में घरों के रजिस्ट्रेशन को लेकर तेजी देखी गई है.
सेस में बढ़ोतरी से पहले बंपर रजिस्ट्रेशन
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सिर्फ मुंबई में पिछले महीने 10,379 की तुलना में इस महीने में अभी तक करीब 17 फीसदी अधिक यानी 12,619 रजिस्ट्रेशन हुए हैं. जिससे मार्च महीने में अभी तक सरकार को 836 करोड़ से भी ज्यादा की आमदनी हो चुकी है. दक्षिण मुंबई स्थित रजिस्ट्रेशन ऑफिस में स्टैंप ड्यूटी और प्रॉपर्टी रजिस्टर कराने के लिए लंबी कतारें लग रही हैं. मेट्रो सेस की बढ़ोतरी में अब से सिर्फ 2 दिन का समय बचा हुआ है. ऐसे में लोग समय रहते प्रॉपर्टी रजिस्टर करवाकर 1 अप्रैल से बनने वाले एक परसेंट टैक्स से छुटकारा पाना चाहते हैं. रजिस्टर्ड ऑफिस में आए हुए लोगों में वो भी शामिल हैं जो गिफ्ट डीड के तहद प्रॉपर्टी ट्रांसफर करने आए हैं.
CREDAI- MCHI, के सेक्रेटरी धवल अजमेरा बताते हैं कि यूक्रेन और रूस के बीच में चल रहे युद्ध का असर अब कंस्ट्रक्शन से जुड़े लोगों के व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के साथ-साथ अब घर बनाने में लगने वाले सामग्री के दामों में भी 20 से 30 पर्सेंट का उछाल देखने को मिला है. सीमेंट और स्टील के दामों में बढ़ोतरी हुई है. बीते 2 महीनों में प्रति स्क्वायर फुट 250- 300 रुपये का अंतर देखने को मिला है. अगर इसी तरीके से युद्ध चलता रहा तो आने वाले दिनों में आम लोगों के लिए घर खरीदने का सपना और भी महंगा हो सकता है. ऐसे में सरकार से गुजारिश है कि, मेट्रो सेस के नाम पर स्टैंप ड्यूटी में बढ़ोतरी ना करें.
घर खरीदना हो सकता है महंगा
राजू मनवानी जो पेशे से बिल्डर हैं उनका मानना है कि 1 परसेंट मेट्रो सेस बढ़ाने से आने वाले दिनों में मुंबई में आम लोगों के लिए घर खरीदना महंगा हो सकता है. दूसरी तरफ यूक्रेन और रूस के बीच में चल रहे युद्ध के कारण बिल्डिंग बनाने के लिए जो रॉ मैटेरियल लगता है उनके दामों में इजाफा हुआ है. जिसका सीधा असर बिल्डर को बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन कॉस्ट पर लग रहा है और अगर बिल्डर को बिल्डिंग बनाने में ज्यादा पैसा लगेगा तो आने वाले दिनों में ग्राहकों के लिए घर खरीदना मुश्किल होगा.
मुंबई में मेटल के कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है की के बीते एक से डेढ़ महीनों में सीमेंट स्टील, और एलुमिनियम के दामों में 15 से 20 परसेंट का उछाल आया है. दामों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण रूस और यूक्रेन के बीच में चल रहा युद्ध है.
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