Maharashtra: बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल के ऊपर फेंकी गई स्याही, विवादास्पद बयान पर मचा है हंगामा
Maharashtra: महाराष्ट्र के बीजेपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल के फुले और आंबेडकर को लेकर बयान के बाद बवाल मचा है. पिंपरी चिंचवड में उनपर स्याही फेंकी गई.
Maharashtra: बीजेपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल के महात्मा फुले और बाबा साहब आंबेडकर को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान दिए जाने के बाद हंगामा मचा है. चंद्रकांत पाटिल के ऊपर पिंपरी चिंचवड में तब स्याही फेंकी गई, जब वे एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. स्याही फेंकने वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. दो दिन पहले चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि महात्मा फुले और बाबा साहब आंबेडकर ने भीख मांग कर लोगों को शिक्षा देने के लिए शिक्षण संस्थान खोले थे.
शुक्रवार को चंद्रकांत पाटिल के दिए गए इस भाषण के बाद हंगामा मचा है. हालांकि चंद्रकांत पाटिल ने अपने बयान के लिए वहां के लोगों से माफी मांगी, लेकिन भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उन पर स्याही फेंकी. पुलिस ने स्याही फेंकने वाले तीन लोगों को तत्काल हिरासत में ले लिया, लेकिन पुलिस से तीनों कार्यकर्ताओं को तत्काल छोड़ने की अपील की गई है.
चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं. इस तरह स्याही फेंकने की घटिया राजनीति की बजाय सामने आकर मुकाबला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी चर्चा करेंगे.
पाटिल ने ऐसा क्या कह दिया था
चंद्रकांत पाटिल ने कहा था "सरकार पर निर्भर क्यों? कर्मवीर भाऊराव पाटिल, डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर और महात्मा फुले ने इस देश में स्कूल शुरू किया था. सरकार ने स्कूल शुरू करते समय उन सभी को सब्सिडी नहीं दी थी. उन्होंने लोगों से भीख मांगी- हमें स्कूल शुरू करने के लिए पैसे दो." पाटिल ने कहा, तब लोग 10 रुपये देते थे. आज ऐसे लोग हैं जो 10 करोड़ देंगे, है ना." उनके इसी बयान के बाद हंगामा मचा है.
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