Maharashtra News: बीएमसी कोविड सेंटर स्कैम मामले में दो लोगों को आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने अरेस्ट किया है. इस मामले में आजाद मैदान पुंलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई थी. बाद में इस मामले को आर्थिक अपराध शाखा को ट्रांसफर कर दिया गया था और अब आर्थिक अपराध शाखा ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
आर्थिक अपराध शाखा ने राजीव सालुंखे और सुनील कदम नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों संजय राउत के करीबी हैं. अब इस मामले में भी संजय राउत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने शिकायत दर्ज करवाई थी.
किरीट सोमैया ने लगाया था आरोप
भारतीय जनता पार्टी नेता किरीट सोमैया ने बीएमसी द्वारा स्थापित कोविड-19 केंद्रों में अनियमितताओं का आरोप लगाया था. उन्होंने आजाद मैदान पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने कोविड-19 देखभाल केंद्रों के अनुबंध प्राप्त करने के लिए कथित रूप से फर्जी दस्तावेज जमा करने के मामले में एक अस्पताल प्रबंधन कंपनी और कुछ व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.
100 करोड़ रुपये के ठेका का है मामला
आरोप है कि बीएमसी की तरफ से कोविड सेंटर को चलाने और चिकित्सा सेवाएं को देने के लिए गैर-पारदर्शी तरीके से ठेका दिया गया था. उदाहरण के तौर पर लाइफ लाइन अस्पताल मैनेजमेंट केयर को पांच सेंटर के लिए ठेका दिया गया था. जिस हॉस्पिटल को ये जिम्मेदारी दी गई थी वो 26 जून, 2020 तक अस्तित्व में थी ही नहीं. इसके बाद, यह कहा गया कि यह अपंजीकृत फर्म है. कोविड के दौरान करीब 100 करोड़ रुपये का ठेका गैर तरीके से दिया गया था.
बता दें कि मुंबई नगर निकाय (BMC) के प्रमुख इकबाल सिंह चहल से प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले दिनों इस मामले को लेकर पूछताछ की थी. पूछताछ में चहल ने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार के आदेश पर जंबो कोविड-19 देखभाल केंद्र स्थापित किए गए थे. उन्होंने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष महामारी के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं के ठेके देने में कथित अनियमितताओं के संबंध में अपना बयान दर्ज कराने के दौरान यह बात कही थी.
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