मुंबई: महाराष्ट्र के यवतमाल में महीनों के मशक्कत के बाद वन विभाग ने आदमखोर बाघिन को मार गिराया है. बाघिन अब तक 13 लोगों और दर्जनों जानवर की जान ले चुकी थी. वन विभाग ने अवनी (टी1) नाम की बाघिन को सुरक्षित पकड़ने की कोशिश की लेकिन ज़द में नहीं आने की वजह से उसे गोली मारनी पड़ी. अब विभाग को अब उसके दो बच्चों की तलाश है. क्योंकि मां के बगैर वह ज्यादा देर तक जंगल में जिंदा नहीं रह सकते हैं.


बताया जा रहा है कि देर रात वन विभाग और शूटर नवाब के बेटे असगर की एक टीम ने बाघिन को पकड़ने की कोशिश की लेकिन बाघिन ने हमला करने की कोशिश की. जिसकी वजह से उसे गोली मारनी पड़ी. बाघिन की मौत की खबर लगते ही खौफ में जी रहे ग्रामीण खुशी झूम उठे. उन्होंने मिठाईयां बांटी और पटाखे छोड़े.





आपको बता दें कि बाघिन के आतंक की वजह से पिछले दिनों प्रशासन ने गोली मारने के आदेश दिए थे. जिसके बाद जीव रक्षा से जुड़े संगठनों ने इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया था.


करीब 10 महीने पहले यवतमाल के रालेगांव में बाघिन का आतंक शुरू हुआ था. बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम कई बार कोशिश की लेकिन हर बार असफलता हाथ लगी. बाघिन की खोज में पूरे इलाके में सैकड़ों कैमरे लगाए गए. 200 लोगों की टीम बनाई गई थी. पंजों के निशान, कैमरा ट्रैप्स से पता चला था कि पांच साल की बाघिन आदमखोर हो गई है और मानव का मांस खाने के लिए लोगों को निशाना बना रही है.