Maharsathra News: महाराष्ट्र में 15 साल से फरार चल रहे शख्स की पहचान उसके हाथ पर बने टैटू से हुई जिसके बाद अब उसे जेल भेज दिया गया है. 63 साल का देवेंद्र नाम का शख्स पुलिस के सामने खुद को अपराधी मानने से इंकार करता रहा लेकिन एक टैटू के चलते अब उसे अपना जुर्म स्वीकार करना पड़ा है.


मामला साल 2008 का है जब देवेंद्र नाम के शख्स को उसके एक साथी के साथ तेल चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दोनों बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट क्षेत्र में चोरी कर रहे थे. इस चोरी के मामले में देवेंद्र को जमानत मिल गई थी. हालांकि, उसको रिहा करने से पहले पुलिस ने उसके हाथ पर बने टैटू की तस्वीर ले ली थी. आरएके मार्ग पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया, चार्जशीट दायर होने के बाद देवेंद्र की जमानत रद्द हो गई थी लेकिन वो थाने में पेश नहीं हुआ जिसके बाद उसे कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया.


देवेंद्र की हो गई मृत्यु... - मुखबिर


पुलिस ने बताया कि उसकी तलाश की गई. उसके घर पर उसकी पत्नी रहती थी. देवेंद्र कभी अपने घर पर नहीं मिला. वहीं, इस बीच उसकी पत्नी का भी निधन हो गया. देवेंद्र पुलिस के हत्थे 15 साल नहीं लग पाया. पुलिस की तलाश के दौरान कुछ मुखबिरों ने उसकी मृत्यु हो जाने की बात को तो कुछ स्नोतों ने देवेंद्र के बारे में तरह-तरह की सूचना दी.


देवेंद्र के बेटा...


वहीं, इस बीच पुलिस को उसके बेटे के बारे में खबर मिली. पुलिस ने बेटे की कॉल डिटेल खंगाली जिसमें एक नबंर से बार-बार बातचीत चल रही थी. पुलिस को शक हुआ जिसके बाद उस नंबर की लोकेशन ट्रेस कर देवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया.


टैटू को देख...


देवेंद्र ने इस बार भी पुलिस के सामने खुद को अपराधी मानने से इनकार किया. उसने खुद का नाम अर्मुगम देवेंद्र बताया. पुलिस ने जब उसे उसकी 2008 के दौरान टैटू की खींची फोटो दिखाई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.


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