(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: शिंदे गुट में शामिल हुईं उद्धव का साथ छोड़ने वाली MLC मनीषा कायंदे, कहा- यह सिर्फ नेतृत्व का बदलाव
Maharashtra: शिवसेना (यूबीटी) की पूर्व प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने एकनाथ शिंदे गुद का हाथ थाम लिया है. शिंदे की उपस्थिति में कायंदे पार्टी में शामिल हुईं.
Manisha Kayande Join Shiv Sena: महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्य (MLC) मनीषा कायंदे ठाणे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो गईं. शिवसेना का हाथ थामने के बाद मनीषा को उद्धव गुट वाली पार्टी के प्रवक्ता पद से बर्खास्त कर दिया गया. मनीषा कायंदे ने दावा किया है कि ठाकरे गुट में महिलाओं से पैसे मांगे जाते है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे को पिछले दो दिन में दूसरा बड़ा झटका लगा है. पार्टी से एक दिन पहले शिशिर शिंदे ने भी इस्तीफा दे दिया था.
'यह सिर्फ नेतृत्व का बदलाव'
ठाणे में शिंदे की शिवसेना में शामिल होने पर मनीषा ने कहा, "मैं इसे शिंदे कैंप नहीं कहूंगी. यह बालासाहेब ठाकरे की स्थापित शिवसेना है. जिसके आधिकारिक तौर पर सीएम एकनाथ शिंदे है. मैंं कल भी शिवसेना में थी आज भी वहीं हूं. यह मेरे लिए बदलाव नहीं है. यह सिर्फ नेतृत्व का बदलाव है. मैं केवल आलोचना करने के बजाय कुछ रचनात्मक और संगठनात्मक कार्य करना चाहती थी. जिस वजह से मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम करना स्वीकार किया."
#WATCH | Thane, Maharashtra: Well, I would not call it the Shinde camp. It is the Shiv Sena established by Balasaheb Thackeray. It is now officially with CM Eknath Shinde. I was in Shiv Sena yesterday as well. It is not a change for me...It is just a change of leadership. I… pic.twitter.com/fwOJ69eA5I
— ANI (@ANI) June 18, 2023
'हर दिन दूसरों की आलोचना करते हैं'
मनीषा को शिवसेना का सचिव और प्रवक्ता बनाया गया है. उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत और पार्टी नेता सुषमा अंधारे का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा. मनीषा ने कहा कि जो हर दिन दूसरों की आलोचना करते हैं, कांग्रेस और एनसीपी के एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ बोलते हैं, वे शिवसेना का चेहरा नहीं हो सकते.
कायंदे के शिवसेना में शामिल होने के कुछ घंटे पहले, ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था.
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