Manoj Jarange Patil Hunger Strike: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) की मांग एक बार फिर से उठ गई है. दरअसल, औरंगाबाद डिविजन के जालना जिला में मनोज जरंगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) ने दोबारा आमरण अनशन शुरू कर दिया है, जिससे सूबे की राजनीति गरमा गई है.
मनोज जरांगे पाटिल का समर्थन में महाराष्ट्र के कोने-कोने से तमाम तस्वीरें आ रही हैं. महाराष्ट्र और मुंबई के आसपास की सबसे बड़ी फल सब्जी और अनाज मंडी कृषि उपज बाजार समिति (APMC) में आज माथाडी कामगारों ने एक दिन की सांकेतिक हड़ताल रखी. इसके चलते दिन रात चहल-पहल वाली मार्केट में सन्नाटा पसरा रहा.
गौरतलब है कि यह कृषि मंडी इतनी महत्वपूर्ण है कि अगर जहां से फल, सब्जी और अनाज की सप्लाई 2-4 दिन के लिए बंद हो जाए तो पूरे मुंबई और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच सकता है.
'एपीएमसी बंद होने के असर से महाराष्ट्र सरकार अच्छी तरह से वाकिफ'
इस मामले पर माथाडी कामगारों ने बातचीत के दौरान कहा कि यह हमारी एक दिन की सांकेतिक हड़ताल है. अगर महाराष्ट्र सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो फिर ये बंद और हड़ताल आगे भी बढ़ सकती है. एपीएमसी मार्केट 4 दिनों के लिए बंद हो जाती है तो उसका असर क्या होगा? इस बारे में महाराष्ट्र सरकार अच्छी तरह से अवगत है.
एपीएमसी मार्केट में हजारों की संख्या में मराठी कामगार
माथाडी कामगारों के समर्थन में एनसीपी विधायक शशिकांत शिंदे भी APMC पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे को लेकर बार-बार दिल्ली जा रही है. केंद्र सरकार से बात कर रही है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर मामला आगे क्यों नहीं बढ़ रहा है. एपीएमसी मार्केट में हजारों की संख्या में मराठी कामगार हैं.
मराठा समाज से जुड़े कामगारों को भी मिल सकेगा आरक्षण का लाभ
मराठा समाज से जुड़े इन कामगारों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा. इसलिए बड़ी संख्या में मार्केट में काम करने वाले मराठा समाज के लोग भी हड़ताल का पूरा समर्थन कर रहे हैं. साथ ही आरक्षण के मामले में आगे की लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार खड़े हैं. हड़ताल की वजह से सैकड़ों की तादाद में ट्रक और दूसरी गाड़ियां खड़ी नजर आईं.
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