मुंबई: महराष्ट्र में इन दिनों एनसीपी नेता नवाब मलिक और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है. नवाब मलिक ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस करके समीर वानखेड़े पर धर्म बदलकर नौकरी हासिल करने के आरोप लगाए थे. इसको लेकर वानखेड़े ने अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत की, जिसपर आयोग ने संज्ञान ले लिया है. कहा जा रहा है कि अगर जांच के दौरान नवाब मलिक के आरोप गलत पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
अरुण हलदर पर नवाब मलिक का पलटवार
वहीं, नवाब मिलक ने आज एससी आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर पर भी पलटवार किया है. कल अरुण हलदर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि समीर वानखेड़े ने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया. उनके इस बयान को लेकर नवाब मिलक ने कहा, ‘’हलदर जी आप एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं उसकी गरिमा रखें.’’
वानखेड़े ने एससी सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा किया- नवाब मलिक
नवाब मलिक ने कहा, ‘’समीर वानखेड़े ने धर्म परिवर्तन नहीं किया, क्योंकि वो जन्म से मुसलमान हैं. उनके पिता ने धर्म परिवर्तन किया था. मैं अपनी बात पर कायम हूं कि वो एससी सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा करके उस पद पर बैठे हैं, उन्होंने एक गरीब एससी का अधिकार छीना है.’’ इतना ही नहीं, नवाब मलिक ने कहा, ‘’केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति ने अपना धर्म बदला है तो पहले के धर्म पर कोई भी लाभ उन्हें नहीं मिलेंगे और अब ऐसे लोगों को बचाने का काम हो रहा है.’’ मलिक ने कहा कि मैं खुद शेड्यूल कास्ट आयोग के पास इस मामले में शिकायत दर्ज करने वाला हूं. वहीं मुंबई के कई संगठन भी इस मामले में पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे.
वहीं, इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा, ‘’अगर कोई समीर वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र की वैधता पर आपत्ति करता है और सामाजिक न्याय विभाग के पास शिकायत दर्ज करता है, तो हम मामले की जांच करेंगे.’’