मुंबई: कोरोना संकट से जूझ रहे महाराष्ट्र में सरकार के मंत्री के एक बयान ने चिंता बढ़ा दी है. कोरोना संकट के इस दौर में सरकार में मंत्री विजय वेदट्टीवार ने कहा है कि उनके पास अब सरकारी कर्मचारियों को अगले महीने की वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं है.


महाराष्ट्र में राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वेदट्टीवार ने कहा, ''उन्हें केन्द्र सरकार से भी कोई आर्थिक राशि नहीं मिली है और ऐसे में सरकारी कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए लोन लेना होगा.'' वेदट्टीवार ने पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 3-4 विभागों को छोड़कर अन्य विभागों में खर्च में कटौती की गई है.


इसके बाद अब बीजेपी प्रवक्ता राम कदम ने महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास अनुभव की कमी है और केंद्र से मिल रहे पैसे का उचित उपयोग सरकार नहीं कर रही है. केंद्र सरकार द्वारा 28000 करोड़ से अधिक की राशि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राज्य सरकार को दिए गए. महाराष्ट्र सीएम राहत कोष में आए आर्थिक मदद का केवल 7% खर्च किया गया. सरकार चलाने की क्षमता महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के पास नही है.


महाराष्ट्र राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वेदट्टीवार ने कहा कि हमें केंद्र से कोई धन नहीं मिला है. यदि कोई नेता कहता है कि हमें केंद्र से धन प्राप्त हुआ है, तो वे राज्य को धोखा दे रहे हैं.


विजय वेदट्टीवार ने कहा की राज्य में कोविड 19 की स्थिति को संभालने के लिए कोई नकदी संकट नहीं है. महाराष्ट्र सरकार की तरफ से स्पस्टीकरण देते हुए कहा गया की, छात्रों की फेलोशिप के लिए सारथी योजना जारी रहेगी.


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