Maharashtra Politics: शरद पवार की चाल! क्या एनसीपी प्रमुख की एक चाल ने पार्टी में अजित पवार को विलन बना दिया?
NCP Chief Sharad Pawar: एनसीपी प्रमुख शरद पवार की रणनीति और उनके राजनीतिक कौशल का लोहा विपक्ष भी मानता है.
Maharashtra Politics: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने पद से इस्तीफा देकर ना केवल महाराष्ट्र बल्कि देश कि राजनीति में खलबली मचा दी थी. लेकिन पवार के अचानक फैसले ने कार्यकताओं को ऐसा झटका दिया कि दो दिनों में कार्यकर्ताओं के दबाव में शरद पवार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा.
साल 1999 में कांग्रेस से अलग हो कर शरद पवार ने एनसीपी पार्टी की स्थापना की, जिसके बाद से शरद पवार ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. शरद पवार की पार्टी मूल रूप से महाराष्ट्र की पार्टी मानी जाती है. लेकिन शरद पवार देश के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं जिनकी बात को देश की राजनीति में अहम समझा जाता है. पवार की रणनीति और उनके राजनीतिक कौशल का लोहा विपक्ष भी मानता है.
फडणवीस की सरकार गिरी
नेता विपक्ष रहते वक्त अटल बिहार बाजपेयी की सरकार गिराना हो या फिर शिवसेना और कांग्रेस को साथ लाकर महाराष्ट्र में सरकार बनाना, पवार गेम चेंजर रहे. एनसीपी के भीतर बगावत के सुरों की खबरों के बीच पवार ने इस्तीफा देकर बड़ी हलचल मचा दी. यह पवार की पार्टी पर पकड़ का तीन साल के भीतर दूसरा उदाहरण दिखाई दिया है. भतीजे अजित पवार के देवेंद्र फडणवीस के साथ सरकार बनाने के बाद महज 48 घंटों में पवार ने तस्वीर बदल दी थी, उन्होंने फडणवीस की सरकार गिरा दी थी.
शरद पवार की प्रेस कॉन्फेंस से अजित पवार की दूरी क्यों?
एनसीपी में हुए घटना क्रम को बीजेपी ने नौटंकी करार दिया है. शरद पवार ने अपने इस्तीफे को वापस लेने का ऐलान किया, उस प्रेस कॉन्फेंस में एनसीपी के कई बड़े नेता उन उपस्थित थे. लेकिन अजित पवार की अनुपस्थिति कई सवाल खड़े कर रही है. अजित पवार समय-समय पर नाराजगी की खबरों का खंडन कर रहे हैं. लेकिन राजनीति में एक कहावत है कि बिना आग के धुआं नहीं निकलता.
शरद पवार का इस्तीफा और विलन बने अजित पवार
शरद पवार के इस्तीफे के ऐलान के बाद एनसीपी कार्यकर्ता इस्तीफा वापसी की मांग कर रहे थे. उस वक्त अजित पवार कार्यकर्ताओं को ऐसा करने से रोकते दिखाई दिए थे. शरद पवार के फैसले को सही बताते दिखे. लेकिन शरद पवार के इस्तीफा वापसी ऐलान के बाद अजित पवार की चुप्पी और गैर हाजिरी कई सवाल खड़े कर रही है. क्या पवार की चाल ने अजित पवार को कार्यकर्ताओं के बीच विलन बना दिया है?