Param Bir Singh Letter Row: मुकेश अंबानी विस्फोटक केस में महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से जमकर राजनीति हो रही है. सियासी हलचल के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. शरद पवार ने कहा कि फरवरी में सचिन वाजे और गृह मंत्री अनिल देशमुख के बीच बातचीत का दावा गलत है. फरवरी में कोरोना वायरस की वजह से देशमुख अस्पताल में भर्ती थे. पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह को हटाए जाने और देशमुख पर उनके आरोपों के बाद से ही बीजेपी देशमुख का इस्तीफा मांग रही है.


परमबीर सिंह के सभी आरोप बेबुनियाद- शरद पवार


शरद पवार ने कहा, ''पद से हटने के बाद परमबीर सिंह ने देशमुख पर जो भी आरोप लगाए हैं, वो सभी बेबुनियाद है. 5 से 15 फरवरी तक देशमुख अस्पताल में रहे इसके बाद वह 16 फरवरी से 27 फरवरी तक घर में आइसोलेट रहे. इसलिए देशमुख के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं उठता. जांच करनी है या नहीं ये मुख्यमंत्री के अधिकार में आता है.'' उन्होंने कहा, ''महाविकास आघाड़ी सरकार के ऊपर इस विवाद का कोई दबाव नहीं है. मुझे पूरा भरोसा है कि एटीएस इस मामले की सही तरीके से जांच करेगी और कोई रिजल्ट सामने आएगा. इसलिए मेरा अभी इस विषय पर कुछ कहना ठीक नहीं होगा.''


मनसुख हिरेन को लेकर शरद पवार ने कहा, ''मनसुख हिरेन की हत्या किसने की ये साफ हो गया है. पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मैं खुश हूं कि मुख्य केस सुलझ गया है.''


इससे पहले कल शरद पवार ने कहा था, ''देशमुख पर आरोप लगे लेकिन प्रमाण नहीं दिया गया है. पत्र में यह नहीं कहा गया है कि पैसा किसके पास गया. साथ ही पत्र पर परमबीर सिंह के दस्तखत नहीं हैं. सचिन वाजे की बहाली पर शरद पवार ने कहा कि एपीआई सचिन वाजे की बहाली मुख्यमंत्री ने नहीं बल्कि पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने की थी.''


यह भी पढ़ें-


Antilia Case: कैसे पकड़े गए मनसुख हिरेन के कातिल, ATS के हाथ लगी ये अहम ऑडियो क्लिप | एक्सक्लूसिव जानकारी


Coronavirus India: हर दिन टूटते रिकॉर्ड, पिछले 24 घंटों में सामने आए 47 हजार नए मामले, बीते 4 महीने में सबसे ज्यादा