Maharashtra NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले दिनों से उथल पुथल मची हुई है. चाचा शरद पवार से बगावत करने के बाद अजित पवार एनडीए सरकार में शामिल हुए तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दो धड़ों में बंट गई. अब खबर आ रही है कि शरद पवार गुट के एक और विधायक अजित पवार के धड़े में शामिल हो सकते हैं.


दरअसल, शरद पवार ख़ेमे के विधायक राजेंद्र शिंगने ने रविवार (09 जुलाई) को पाला बदलने के संकेत दिये है. शिंगने ने कहा है कि अगर अजित पवार बुलढाना जिला बैंक को मदद करेंगे तो मैं उन्हें समर्थन दे सकता हूं. वहीं, मकरंद पाटिल जो 5 तारीख की बैठक में शरद पावर के साथ थे, उन्होंने भी अब ऐलान कर दिया है कि वे अजित पवार के साथ हैं.


कई विधायकों ने नहीं खोले अभी पत्ते


इसके अलावा, किरण लाहामटे ने बीते दिन शनिवार (08 जुलाई) को अजित पवार से मुलाकात की थी. नासिक के देवलाली से विधायक सरोज अहीरे अभी भी अस्पताल में है और उन्होंने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन उनसे सुप्रिया सुले ने मुलाकात की. बाद में छगन भुजबल भी उनका हाल चाल जानने पहुंचे थे. अब ऐसे में सवाल ये है कि कौन किसके साथ है?


एनसीपी मंत्रियों को नहीं मिले विभाग


उधर, महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण को हुए हफ्ते से भी ऊपर का वक्त हो चुका है लेकिन एनसीपी के मंत्रियों को कोई विभाग नहीं दिए गए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा. अजित पवार के साथ एनसीपी के 8 अन्य विधायकों ने भी शरद पवार का साथ छोड़कर मंत्री पद की शपथ ली, लेकिन अभी तक उन्हें कोई विभाग अलॉट नहीं हुआ है.


इसके अलावा शिंदे गुट के कुछ अन्य विधायक भी अब भी मंत्री पद का इंतजार कर रहे हैं. अजित पवार के शपथ ग्रहण से पहले शिंदे गुट के कई विधायकों ने मंत्री पद के लिए दावेदारी की थी. वहीं, एबीपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि, कुछ दिनों में एक और कैबिनेट विस्तार किया जाएगा. उसके बाद ही एनसीपी (अजित पवार गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) के मंत्रियों का हिसाब-किताब हो पाएगा.


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