NCP Political Crisis: महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अजित पवार के 1 जुलाई को शिंदे सरकार के साथ जाने और उपमुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी पार्टी और महाविकास अघाड़ी के भविष्य को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. एनसीपी में दो फाड़ के बाद महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने अपना रुख साफ कर दिया है.
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे बयान से उनका आगे का प्लान पता चलता है. मंगलवार (4 जुलाई) को मुंबई स्थित उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में एक बैठक हुई, जिसमें फैसला लिया गया कि शिवसेना (यूबीटी) महाविकास आघाड़ी में शामिल रहेगी. पार्टी नेता अनंत गीते ने बताया कि उद्धव ठाकरे पूरे महाराष्ट्र का दौरा करेंगे.
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बताई राय
इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और पार्टी के अन्य नेताओं ने मुंबई के वाईवी चव्हाण सेंटर में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात भी की. नाना पटोले ने मीडिया से कहा, ''महाराष्ट्र में हम लोग पवार साब, उद्धव ठाकरे साब, साथ में महाराष्ट्र में एक दौरा करने का प्लान बना रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''खुद पवार साब उद्धव ठाकरे साब से बात करेंगे. बीजेपी जैसी पार्टी जो लोकशाही व्यवस्था को खत्म करने वाली, जो लोकशाही न मानने वाली है, ऐसी जो तानाशाह प्रवृत्ति है, उसको महाराष्ट्र की जमीन से उखाड़कर फेंकना है, यही संकल्प हमारा है.''
बालासाहेब थोराट और संजय राउत के बयान
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा, ''जिन लोगों के पास जनता का साथ होता है वे हमेशा मजबूत होते हैं. महाराष्ट्र के लोग हमारे साथ हैं. मेरी उनसे (अजित पवार) कोई बात नहीं हुई है.'' शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, ''आज (4 जुलाई) उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बैठक हुई है. देश में जिस तरह से जोड़-तोड़ की राजनीति चल रही है, बैठक में उस पर चर्चा हुई.'' इसी के साथ उन्होंने कहा, ''शरद पवार अकेले नहीं पड़े हैं. वह बालासाहेब ठाकरे जैसे हैं, वह कमजोर नहीं पड़ेंगे.''
एनसीपी ने बना दिया नेता प्रतिपक्ष, अब कांग्रेस बना रही मन
बता दें कि अजित पवार के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भरने के लिए शरद पवार ने एनसीपी विधायक जितेंद्र अव्हाड को नियुक्त कर दिया था लेकिन अब कांग्रेस भी इस पद पर दावेदारी का मन बना रही है.
इस बीच कथित तौर पर विपक्ष के नेता के पद पर दावा पेश करने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मंगलवार (4 जुलाई) को मुंबई स्थित विधान भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई. कांग्रेस के पास राज्य में वर्तमान में 45 विधायक हैं.
वहीं, अपने एक विधायक को इस पद पर नियुक्त करने वाले शरद पवार यह भी कह रहे हैं कि महाविकास आघाड़ी की घटक कांग्रेस का यह दावा करना उचित है कि उसका नेता प्रतिपक्ष हो. महाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम अब किस दिशा में जाएगा, फिलहाल इस पर सबकी नजरें बनी हुई हैं.