Maharashtra Politics Crisis: एनसीपी नेता अजित ने रविवार (2 जुलाई) को महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने और राज्य का डिप्टी सीएम बनने के बाद कहा कि पार्टी के सभी नेता और विधायक उनका समर्थन कर रहे हैं. अजित पवार के दावे पर महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मीडिया से कहा कि पार्टी उन्हें (अजित पवार) सपोर्ट नहीं कर रही है.


अजित पवार के साथ कुछ और नेता जैसे कि छगन भुजबल, दिलीप वाल्से-पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्मराव बाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बंसोडे और अनिल पाटिल सरकार में शामिल हुए हैं और शपथ ली है.


अजित पवार ने क्या कहा?


शनिवार को शपथ लेने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अजित पवार ने महाराष्ट्र सरकार के साथ जाने के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित और महाराष्ट्र की प्रगति को ध्यान में रखते हुए विकास का समर्थन किया है, जिसके लिए उन्हें सभी पार्टी नेताओं का समर्थन हासिल है. इसी के साथ अजित पवार ने कहा, ''हमारे साथ सभी विधायक हैं, हमारे साथ पार्टी के सभी लीडर हैं, सभी का हमें आशीर्वाद है.''


अजित पवार पर जयंत पाटिल ये बोले


एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा घटनाक्रम के बारे में मीडिया से कहा, ''हमारी पार्टी के कुछ विधायकों ने वहां जाकर शपथ ली और अब वे मंत्री हो गए हैं. यह हमारी नीति नहीं थी. महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी का जो गठबंधन है, हमारी नीति उसमें रहने की है. जो लोग गए हैं उन्होंने पार्टी के खिलाफ निर्णय लिया है. 5 जुलाई को शरद पवार के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक होगी.''


जयंत पाटिल ने कहा, ''शरद पवार ने अपनी भूमिका स्पष्ट की है, उनकी भूमिका पर कोई शक नहीं है. कानूनी रूप से जो भी आवश्यक कदम हैं वो उठाए जाएंगे. हमारा उन पर (अजीत पवार) विश्वास था कि वे ऐसा नहीं करेंगे. इसमें किसी तरह की पूछताछ या भनक लगने की बात नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है उसमें लिखा है कि पार्टी अपने स्थान पर रहती है लेकिन विधायक आते-जाते रहते हैं.''


एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल पटेल का रिएक्शन


वहीं, अजित पवार के साथ नजर आए एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने मीडिया से कहा, ''हमारे नेता शरद पवार ने जो भी कहा है, मैं उस पर कोई भी टिप्पणी नहीं करूंगा. वह हमारे लिए सम्माननीय हैं और हमेशा रहेंगे. जैसा अजित पवार ने कहा कि हमने जो भी फैसला लिया है वो पार्टी के तौर पर लिया है, सामूहिक निर्णय लिया है. किसी पर कोई दबाव नहीं है.''


शरद पवार बोले- एक्शन लेंगे


इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दिन में कहा कि उन्होंने 6 जुलाई को सभी नेताओं की एक बैठक बुलाई थी, जहां कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा होनी थी और पार्टी के भीतर कुछ बदलाव किए जाने थे लेकिन उससे पहले ही कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया लिया. उन्होंने बागी नेताओं के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही. शरद पवार ने यह भी कहा, ''दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि एनसीपी खत्म हो चुकी पार्टी है. उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया. मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने आज शपथ ली है. उनके सरकार (महाराष्ट्र) में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि वे सभी आरोप मुक्त हो गए हैं.''


अजित पवार के खिलाफ मुंबई एनसीपी दफ्तर में रोष


बता दें कि मुंबई के एनसीपी कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं का अजित पवार और उन नेताओं के खिलाफ रोष देखने को मिला, जिन्होंने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में जाने का फैसला किया. एनसीपी कार्यकर्ताओं ने उन विधायकों की तस्वीरों पर काला पेंट छिड़क दिया.


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