NCP Political Crisis: शिवसेना के बाद एनसीपी की टूट ने कांग्रेस को कैसे महाराष्ट्र की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दिया
Maharashtra Politics Crisis: महाराष्ट्र में रविवार (02 जुलाई) का दिन सियासी भूचाल लाने वाला रहा. शरद पवार की पार्टी एनसीपी को तोड़कर भतीजे अजित पवार ने एनडीए का दामन थाम लिया और डिप्टी सीएम बन गए.
Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र में रविवार (02 जुलाई) का दिन सियासत का सुपर संडे बनकर सामने आया. राज्य में बड़ा उलटफेर हुआ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने अपने चाचा को जोर का झटका देते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गए. उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में राजभवन में शपथ ली.
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अजित पवार के इस कदम से बीजेपी ने महा विकास अघाड़ी (शिवसेना यूबीटी, कांग्रेस और एनसीपी) गठनबंधन को ध्वस्त कर दिया है. हालांकि शिवसेना के बाद एनसीपी की इस टूट ने कांग्रेस को महाराष्ट्र में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दिया है.
महाराष्ट्र विधानसभा का समीकरण क्या कहता है?
महाराष्ट्र में विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. जिसमें से 145 सीटें जीतने वाली पार्टी बहुमत का आंकड़ा छू लेती है. अगर अजित पवार के एनडीए में शामिल न होने के बाद की बात की जाए तो स्थिति कुछ इस तरह थी.
बीजेपी- 105, शिवसेना- 40, शिवसेना (यूबीटी)- 16, एनसीपी- 53, कांग्रेस- 45 और अन्य- 29. यहीं पर अजित पवार के एनडीए में शामिल होने के बाद एनसीपी के 53 विधायकों में 30 विधायकों का समर्थन की बात सामने आई है. ऐसे में शरद पवार की एनसीपी के पास सिर्फ 23 विधायक बचते हैं. तो वहीं, कांग्रेस के विधाकों की संख्या 45 है. ऐसे में अब कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
अजित पवार के साथ सांसद और एमएलसी भी आए
अजित पवार को विधायकों के साथ-साथ एनसीपी सांसद और एमएलसी का समर्थन मिला हुआ है. एनडीए में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, “हम अगला चुनाव एनसीपी के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे.” पवार ने आगे कहा, “आने वाले दिनों में कई और चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल होंगे. आज हम सभी ने शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीते 9 सालों में देश अच्छे से चलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री को हराने के लिए आज सभी विपक्षी दल साथ में आ रहे हैं.”
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