NCP New Office: अजित पवार की बगावत के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में कब्जे की जंग शुरू हो गई है. अजित पवार ने साफ कर दिया है कि शरद पवार पार्टी प्रमख हैं लेकिन पार्टी के अधिकांश विधायक उनके साथ हैं. इस बीच शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार एक और बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. वे मंगलवार, 4 जुलाई को पार्टी के नए भवन का उद्घाटन करने वाले हैं.
राष्ट्रवादी पार्टी का ये नया ऑफिस मुंबई में मंत्रालय (महाराष्ट्र सरकार के मुख्यालय) के पास स्थित होगा. इसका नाम राष्ट्रवादी भवन रखा गया है. एएनआई की खबर के मुताबिक, डिप्टी सीएम अजित पवार मंगलवार को पार्टी के नए ऑफिस का उद्घाटन करेंगे. बता दें, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का वर्तमान ऑफिस अभी मुंबई के बलाड स्टेट में स्थित है.
नए ऑफिस से उठे सवाल
अजित पवार और उनका खेमा ये दावा करता है कि उन्होंने पार्टी तोड़कर कोई गुट नहीं बनाया है, बल्कि वे ही पार्टी हैं, लेकिन नए ऑफिस ने इस दावे पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि, अजित खेमे ने अभी तक नए ऑफिस को लेकर कोई बयान नहीं दिया है.
शरद पवार गुट ने दी प्रतिक्रिया
एनसीपी नेता (शरद पवार गुट) के क्लाइड क्रैस्टो ने नए ऑफिस को लेकर कहा, "प्रफुल्ल पटेल और अजित पवार परिपक्व राजनेता हैं. वे नियम-कायदों को अच्छी तरह से जानते हैं. इसके बावजूद, अगर वे इस तरह की चीजें करते हैं तो हम क्या कह सकते हैं? संविधान के अनुसार, 10वीं अनुसूची के अनुसार, दल-बदल विरोधी कानून के अनुसार, हमारी पार्टी के संविधान के अनुसार, वे कुछ भी नहीं कर सकते. हमारी पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कल कुछ लोगों को नियुक्त किया है. तो, कौन वैध होगा?"
समाचार एजेंसी ने पार्टी के नए दफ्तर के बाहर का एक वीडियो भी जारी किया है. इसके बाहर 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- महाराष्ट्र प्रदेश' लिखा गया है. कुछ ही दूरी पर महाराष्ट्र सरकार के दफ्तर स्थित हैं.
अजित पवार की बगावत के बाद अब तक क्या हुआ?
अजित पवार रविवार, 2 जुलाई को महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके साथ एनसीपी के 8 अन्य विधायकों ने भी शपथ ली थी. इनमें छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, धनंजय मुंडे, हसन मुशरिफ जैसे बड़े नाम थे. इसके साथ ही कुछ दिन पहले ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए प्रफुल्ल पटेल भी अजित खेमे में आ गए थे.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी नेताओं के सरकार में शामिल होने को डकैती कहा था. सोमवार को बागियों पर एक्शन शुरू हुआ. प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला सुना दिया गया. उधर, मंत्री बनने वाले 9 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भी भेज दिया.
एक्शन के जवाब में एक्शन
शरद पवार के गुट की तरफ से कार्रवाई का जवाब अजित खेमे ने भी कार्रवाई से दिया. प्रफुल्ल पटेल ने महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को पद से हटाकर उनकी जगह सुनील तटकरे को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया.
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