Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र में एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने रविवार (2 जुलाई) को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार (Ajit Pawar) के साथ बगावत करने वाले कई एनसीपी नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. अब इन मंत्रियों को मिलने वाले मंत्रालय को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, एमवीए सरकार में जो मंत्रालय एनसीपी के पास थे वही मंत्रालय शिंदे सरकार में भी एनसीपी के कोटे से सरकार में शामिल हुए इन मंत्रियों को मिल सकते हैं. राजभवन में आयोजित समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे.
एनसीपी के इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ
मंत्री पद की शपथ लेने वाले नेताओं में छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं. राज्यपाल रमेश बैस ने सभी को शपथ दिलाई. शपथ लेने से पहले अजित पवार ने शुक्रवार को विपक्ष के नेता (एलओपी) के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया. राजभवन में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे. अजित पवार ने दावा किया है कि एनसीपी के सभी 53 विधायक उनके साथ हैं.
विपक्षी दलों की बैठक में जाने से थे नाराज
सूत्रों ने बताया कि हाल ही में पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मौजूदगी से अजित पवार और उनके समर्थक नाराज थे. उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी ने देश के विकास के लिए एकनाथ शिंदे सरकार का हिस्सा बनने का फैसला किया. वे भविष्य के सभी चुनाव एनसीपी के चुनाव चिह्न पर ही लड़ेंगे.
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