Maharashtra Politics Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा राजनीतिक भूचाल आया है. अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी नेताओं के बगावत के बाद अब राज्य में ट्रिपल ईंजन सरकार बन गई है. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में अजित पवार सहित कई एनसीपी नेता सत्तारूढ़ महाराष्ट्र सरकार को समर्थन दिया हैं. NCP नेता अजित पवार ने सीएम शिंदे की मौजूदगी में राजभवन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली और एनडीए में शामिल हो गए.
अजित पवार के साथ एनसीपी के कुल 8 नेताओं ने मंत्री पद का शपथ ली, जिनमें से एक नाम दिलीप वलसे पाटिल का भी है. एनसीपी के दिग्गज नेता दिलीप वलसे ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के निजी सहायक पद से लेकर कई कैबिनेट मंत्री पदों तक जिम्मेदारियां निभाई हैं. दिलीप वलसे पाटिल अंबेगांव, महाराष्ट्र से विधान सभा के सात बार सदस्य हैं. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में गृह मंत्री के रूप में कार्य किया है.
पाटिल पहली बार 1990 में विधायक बनें
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता दिलीप वलसे पाटिल का जन्म 30 अक्टूबर 1956 को निरागुडसर, तालुका अंबेगांव के पुणे जिले में हुआ था. उनकी पत्नी का नाम किरण पाटिल है, जिनसे उन्हें एक बेटी है. उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से एलएलएम की पढ़ाई की है. पाटिल कॉलेज जीवन से ही राजनीति और सहकारी आंदोलन में सक्रिय भागीदारी देते रहे हैं.
दिलीप पाटिल 1990 में अंबेगांव में किसनराव बनखेले को हराकर पहली बार विधायक बने थे. शरद पवार की नवगठित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में साल 1999 में शामिल होने के लिए उन्होंने कांग्रेस (आईएनसी) की सदस्यता छोड़ दी. दिलीप पाटिल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार के पीए के रूप में की थी.
पाटिल महाराष्ट्र के गृह मंत्री भी रह चुके हैं
जिसके बाद 1999 से 2008 तक पाटिल ने महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में विभिन्न हाई-प्रोफाइल पोर्टफोलियो जैसे वित्त मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय, उच्च और शिक्षा मंत्रालय और कई अन्य विभागों का नेतृत्व किया. पाटिल ने 2009 से 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है. साथ हीं उन्होंने पूर्व गृह राज्य मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे के बाद, अप्रैल 2021 में महाराष्ट्र के गृह मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला.