NCP Political Crisis Live: उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन की अटकलों के बीच सीएम एकनाथ शिंदे से मिलने पहुंचे राज ठाकरे
Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है.
एबीपी न्यूज़ के सूत्रों के मुताबिक, अजित पवार अब वित्त मंत्रालय की मांग कर रहे हैं. आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ होने वाली उनकी बैठक में इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है.
18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए (NDA) की बड़ी बैठक बुलाई गई है. अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल भी इस बैठक में भाग लेने दिल्ली जाएंगे. सूत्रों के अनुसार, ये बैठक दिल्ली के अशोका होटल में होगी.
प्रफुल्ल पटेल ने महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच एनसीपी में जारी राजनीतिक गतिरोध को बगावत या स्प्लिट नहीं बल्कि पक्ष की बहुमत बताया है. उन्होंने कहा, "यह साफ-साफ पक्ष की मेजोरिटी है, जो अजित पवार के पीछे खड़ी है. 30 जुन को हमने यह चुनाव आयोग के सामने मांग की थी. मैं साफ कहना चाहता हूं कि गुरुवार (6 जुलाई) को दिल्ली में एनसीपी की बैठक हुई थी. यह एनसीपी की अधिकृत बैठक नहीं थी."
महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ दिन पहले हुए बड़े बदलाव से हलचल मची हुई है. अब राज ठाकरे शनिवार (7 जुलाई) को सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात करने सरकार आवास पहुंचे हैं. यह मुलाकात तब हो रही है जब राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के एक हो जाने की चर्चा सुर्खियों पर हैं.
महाराष्ट्र में सियासी खींचतान के बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार 8 जुलाई को एक दिवसीय दौरे पर नासिक जाएंगे. कल शाम 4 बजे येवला, नासिक में एक ऐतिहासिक बैठक होगी. महाराष्ट्र एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने इस बात की जानकारी दी.
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शरद पवार के बाद अब उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है. विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे शिंदे गुट में शामिल हो गई हैं. इसे लेकर अब महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने कहा, "नीलम गोरे महाराष्ट्र विधान परिषद की अध्यक्ष हैं. उन्होंने महिलाओं के लिए बहुत अच्छे काम किए हैं."
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया कि शिंदे खेमे के चार लोगों ने आज भी हमसे बात की है. राज्यसभा सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से करीबी बढ़ाने पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि राज ठाकरे से बात करने के लिये कोई मध्यस्तता नहीं चाहिए. उन्होंने कहा, ''उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे भाई हैं, कभी भी बात कर सकते हैं. कल मेरी उद्धव ठाकरे से राज ठाकरे के बारे में बातचीत हुई है. राज ठाकरे से हमारा भावनात्मक रिश्ता है.''
एनसीपी में टूट के बाद अजित पवार और बीजेपी के बीच लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों के बंटवारे को लेकर तमाम अटकलें जारी हैं. इन सबके बीच खबर सामने आई है कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार शुक्रवार (7 जुलाई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसमें उनके साथ एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद प्रफुल्ल पटेल, सांसद सुनील तटकरे, महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में मंत्री छगन भुजबल भी शामिल होंगे.
सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि लोकसभा चुनाव 2024 में अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी 13-15 सीट चाहती हैं. बताया जा रहा है कि बीजेपी के नेतृत्व और अजित पवार के बीच इस मुद्दे को लेकर बातचीत हो चुकी है. इस स्थिति में सवाल ये खड़ा हो रहा है कि शिवसेना कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी. शिवसेना ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 सीटों पर जीत हासिल की थी.
एनसीपी नेता शरद पवार पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर आज यानी शुक्रवार (7 जुलाई) को चुनाव आयोग में दस्तावेज दाखिल करेंगे. भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद नंबर गेम में चाचा शरद कमजोर पड़ते दिखाई दे रहे हैं. इसकी वजह से पार्टी पर शरद पवार की पकड़ कमजोर पड़ती नजर आ रही है. देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग इन दस्तावेजों पर क्या फैसला लेता है.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार का शनिवार (8 जुलाई) से शुरू होने वाला महाराष्ट्र दौरा स्थगित हो गया है. जानकारी के मुताबिक, पवार के महाराष्ट्र दौरे में बदलाव किए गए हैं. महाराष्ट्र में भारी बारिश की वजह से दौरे में बदलाव होने की जानकारी सामने आई है. जानकारी के अनुसार, जल्द ही नई तारीख़ का एलान होगा. इस बीच शरद पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल उनसे मिलने आवास पर पहुंचे हैं.
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना के संपादकीय में महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा गया. सामना में शुक्रवार (7 जुलाई) को छपे संपादकीय में महंगाई को लेकर शिंदे सरकार को उदासीन बताया गया. सामना में लिखा गया, ''महंगाई को लेकर यूपीए सरकार के नाम का ढिंढोरा पीटते हुए मोदी सरकार 2014 में सत्ता में आई थी. बीते नौ वर्षों से केंद्र में लगातार उन्हीं की सत्ता है, पर महंगाई और दर वृद्धि की स्थिति क्या है? दर वृद्धि और महंगाई बिल में छिपकर बैठ गई है क्या? हकीकत यही है कि मोदी राज में न दर वृद्धि थमी है, न ही महंगाई छिपकर बैठी है.''
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार (6 जुलाई) देर रात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आवास दाकर उनसे मुलाकात की. एनसीपी के दोनों गुटों के बीच जारी खींचतान के बीच ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. दरअसल, विपक्षी दलों की ओर से दावा किया जा रहा है कि जल्द ही महाराष्ट्र में नया सीएम बनने वाला है. सीएम एकनाथ शिंदे ने खुद भी इन दावों को अफवाह करार दिया.
बैकग्राउंड
Maharashtra Politics Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में हुई टूट के बाद महाराष्ट्र में सियासी गर्मी बढ़ गई है. अजित पवार के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम बनने के बाद एनसीपी पर अपना दावा करने को लेकर भी बवाल छिड़ गया है. एनसीपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए अजित पवार ने चुनाव आयोग में पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर अपना दावा ठोंक दिया है. वहीं, एनसीपी नेता शरद पवार भी चुनाव आयोग की शरण में पहुंच चुके हैं. इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सीएम एकनाथ शिंदे से उनके आवास पर गुरुवार (6 जुलाई) की देर रात मुलाकात की.
वहीं, एनसीपी में टूट के बाद उस पर नियंत्रण के लिए खींचतान तेज होने के बीच शरद पवार ने गुरुवार को एलान किया कि वह ही पार्टी के अध्यक्ष हैं. उन्होंने अपने भतीजे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के सेवानिवृत्ति संबंधी बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह 'चाहे 82 वर्ष के हों या 92 वर्ष के', अभी भी अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं. एनसीपी की दिल्ली में हुई कार्यसमिति की बैठक में अजित पवार और 8 अन्य विधायकों के साथ सांसदों प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से निष्कासित करने के फैसले का समर्थन किया गया.
इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. एनसीपी में टूट के बाद किसी राष्ट्रीय नेता की शरद पवार से ये पहली मुलाकात थी. गौरतलब है कि एनसीपी में हुई बगावत के बाद सोनिया गांधी, एमके स्टालिन और ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी नेताओं ने पवार को फोन कर एकजुटता व्यक्त की.
अजित पवार गुट ने शरद पवार की ओर से बुलाई गई एनसीपी कार्यसमिति की बैठक की कानूनी वैधता पर सवाल खड़े किए. एनसीपी के अजित गुट ने कहा कि अजित पवार को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. अजित ने चुनाव आयोग के समक्ष एक याचिका भी दायर की है जिसमें कहा गया है कि वह मूल एनसीपी का प्रतिनिधित्व करते हैं और इसलिए पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह उन्हें दिया जाए.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि एनसीपी नेता अजित पवार को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने से शिवसेना में कोई भी नाखुश नहीं है. शिंदे ने तमाम खबरों को विपक्ष की ओर से फैलाई गई अफवाहें बताया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सबकुछ ठीक है और कोई नया मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहा है. दावा किया गया था कि अजित पवार के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है.
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