NCP Crisis: 'मुझे हंसी आ रही थी कि...', शरद पवार के साथ विपक्षी दलों की बैठक में पहुंचे प्रफुल्ल पटेल ने बगावत के बाद किया तंज
Maharashtra Political Crisis: प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार को अपना राजनीतिक गुरु कहा है. पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक में पटेल एनसीपी चीफ के साथ गए थे.
Praful Patel On Opposition Parties Meeting,: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी के उनके गुट के नेताओं ने बुधवार (5 जुलाई) को मुंबई के एमईटी बांद्रा में शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान अजित पवार (Ajit Pawar) खेमे के नेता प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) ने विपक्षी दलों की बैठक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उस बैठक का सीन देखकर उनका हंसने का मन किया था.
प्रफुल्ल पटेल लंबे समय से शरद पवार के सहयोगी रहे हैं. 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में शरद पवार और सुप्रिया सुले के साथ प्रफुल्ल पटेल भी गए थे. प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं.
प्रफुल्ल पटेल का विपक्षी दलों की बैठक पर कटाक्ष
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला बीजेपी के साथ चले गए और अब वे संयुक्त विपक्ष का हिस्सा हैं. मैं शरद पवार के साथ पटना में संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था और वहां का दृश्य देखकर मुझे हंसी आ रही थी.
उन्होंने कहा कि वहां 17 विपक्षी दल थे और उनमें से सात के लोकसभा में केवल एक-एक सांसद हैं. एक पार्टी ऐसी थी, जिसका कोई सांसद नहीं है. वे दावा करते हैं कि वे बदलाव लाएंगे. हमने एनडीए में शामिल होने का फैसला देश और अपनी पार्टी के लिए लिया है, व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं.
क्यों दिया अजित पवार का साथ?
पटेल ने कहा कि देश जानना चाहता है कि उन्होंने अजित पवार का साथ क्यों दिया है. उन्होंने कहा कि मैं उचित समय पर इस सवाल का जवाब दूंगा. जब पिछले साल उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिरने की कगार पर थी, तब सभी एनसीपी विधायकों और मंत्रियों ने शरद पवार से बीजेपी के साथ जाने का अनुरोध किया था. जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है.
एनसीपी में जारी पावर की लड़ाई
रविवार को हुई बगावत के बाद एनसीपी के दोनों गुटों ने बुधवार को अलग-अलग बैठकें की हैं. रविवार को अजित पवार एनडीए में शामिल हो गए थे. उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की और उनके साथ एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी.
इसके बाद शरद पवार गुट ने नौ विधायकों के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास अयोग्यता याचिका दायर की है. साथ ही शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निकाल दिया था.