NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है. एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने रविवार (2 जुलाई) को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली और एनसीपी के कई विधायकों के साथ एनडीए में शामिल हो गए. इस बीच अजीत पवार के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का चुटीले अंदाज में बयान आया है. 


केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने इस सियासी हलचल पर कहा, "हमने तो शरद पवार जी को भी बोला था कि आप बीजेपी के साथ महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए आ जाएं, लेकिन वो नहीं माने. वैसे मुझे बहुत खुशी है कि आज 2 जून को अजित पवार महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए बीजेपी के साथ आ गए हैं." उन्होंने कहा कि एनसीपी नेता अजित पवार की बगावत बहुत बहादुरी भरी है. 


देवेंद्र फडणवीस राजनीतिक कूटनीतिज्ञ -आठवले
रामदास आठवले ने कहा कि एनसीपी नेता अजित पवार काफी समय से नाराज चल रहे थे. उन्होंने कहा, "अजित पवार चाहते थे कि बीजेपी के साथ उनका गठबंधन होना चाहिए, लेकिन शरद पवार नहीं चाहते थे." आठवले ने कहा, "यह बेहद बड़ा परिवर्तन है और महा विकास अघाड़ी को धक्का लगा है."


केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा, "हम अजित पवार के साहसिक निर्णय का स्वागत करते हैं. अजितदादा पवार के मंत्रिमंडल में नवनियुक्त मंत्रियों को एक बार फिर महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने पर बधाई. साथ ही उन्होंने अजित पवार के निर्णय को साहसिक बताया और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को एक राजनीतिक कूटनीतिज्ञ कहा है.


'उनकी स्थिति भी उद्धव ठाकरे जैसी'
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, "दरअसल वरिष्ठ नेता शरद पवार को एनडीए के साथ आना चाहिए था. हमने कई बार शरद पवार से अपील की थी. लेकिन उन्होंने एनडीए में शामिल होने की उपेक्षा की. इसलिए आज उनकी स्थिति भी उद्धव ठाकरे जैसी हो गई है." 


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश और देश का विकास हो रहा है. पीएम मोदी अच्छा काम कर रहे हैं. उनका विरोध करना ठीक नहीं है. आठवले ने कहा, "तो अजितदादा ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में खूब बातें कहीं. इस समय अजितदादा पवार का सुनियोजित विद्रोह सफल रहा."


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