NCP Political Crisis: 'पीएम मोदी ने NCP को बताया था भ्रष्टाचारी', अजित की बगावत पर शरद पवार बोले- अब सब हो गए आरोप मुक्त
Maharashtra Politics Crisis: एनसीपी नेता अजित पवार पार्टी के कई विधायकों को साथ लेकर एनडीए में शामिल हो गए हैं. उन्होंने रविवार को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली.
Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में आए सियासी भूचाल पर अब एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) का बयान सामने आया है. भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) की बगावत पर शरद पवार ने रविवार (2 जुलाई) को कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने एनसीपी के बारे कहा था कि एनसीपी खत्म हो चुकी पार्टी है. उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया. मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने आज शपथ ली है. उनका सरकार (महाराष्ट्र) में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि वे सभी आरोप मुक्त हो गए हैं.
शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी ने एनसीपी को भ्रष्टाचारी पार्टी कहा है. आज उसी एनसीपी पार्टी के विधायकों ने बीजेपी की सरकार में शपथ ली है. अजित पवार ने बगावत की है. उन्होंने मुझसे कोई बात नहीं की. मैंने इस बार कोई गुगली नहीं फेंकी है. उन्होंने कहा कि यहां प्रेस कांफ्रेंस में आने से पहले देश के कोने-कोने से फोन आया और एकजुटता का मैसेज आया.
शरद पवार ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य लोगों ने मुझे फोन किया है. आज जो कुछ भी हुआ मुझे उसकी चिंता नहीं है. 2024 का चुनाव साथ लड़ेंगे और जीतेंगे. कल मैं वाई.बी. चव्हाण (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री) का आशीर्वाद लूंगा और एक सार्वजनिक बैठक करूंगा. एक दलित समाज के समारोह में शामिल होने जाऊंगा. कल का मेरा ये कार्यक्रम है.
6 जुलाई को बुलाई सभी नेताओं की बैठक
शरद पवार ने कहा कि मैंने 6 जुलाई को सभी नेताओं की एक बैठक बुलाई थी जहां कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी थी और पार्टी के भीतर कुछ बदलाव किए जाने थे, लेकिन उससे पहले ही कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. 1980 में मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायक थे, बाद में सभी चले गए और केवल 6 विधायक बचे, लेकिन मैंने संख्या को मजबूत किया और जिन्होंने मुझे छोड़ा वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए.
एनसीपी चीफ ने कहा कि विपक्ष के नेता के बारे में फैसला करने का अधिकार स्पीकर के पास है. अगले दो-तीन दिनों में हम स्थिति का आंकलन करने के लिए कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के साथ बैठेंगे. हमारी मुख्य ताकत आम लोग हैं, उन्होंने हमें चुना है.
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