Maharashtra NCP Crisis: एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपने भतीजे की सियासी बगावत के बीच गुरुवार (6 जुलाई) को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में उन्होंने अजित पवार पर पलटवार किया और कहा, "मैं चाहे 82 का हो जाऊं या 92 का, मैं हमेशा से प्रभावी रहूंगा."
दिल्ली में आयोजित इस बैठक में उनके सरकारी आवास पर उपस्थित हुए कार्यकर्ताओं के बीच उन्होंने अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल समेत अन्य 9 नेताओं को औपचारिक रूप से पार्टी से निष्कासित कर दिया. उन्होंने कहा, "मैं ही एनसीपी का असली अध्यक्ष हूं."
शरद पवार को लेकर क्या बोले थे अजित पवार?
अजित पवार ने बुधवार (05 जुलाई) को एनसीपी के 53 में से 32 विधायकों के साथ बांद्रा में शक्ति प्रदर्शन किया और अपने चाचा से रिटायर होने की अपील की. उन्होंने कहा था, "62 की उम्र में सरकारी अधिकारी रिटायर हो जाते हैं. 75 साल की उम्र में राजनीति में बीजेपी नेता रिटायर हो जाते हैं, आप 83 के हो गए हैं, आपको कहीं तो रुकना होगा."
'नहीं है एनसीपी की अध्यक्षता का कानूनी अधिकार'
एनसीपी नेता शरद पवार की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने के बीच अजित पवार के गुट ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उनको ऐसा करने का कानूनी अधिकार नहीं है. अजित पवार गुट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शरद पवार ने नई दिल्ली में एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी/राष्ट्रीय कार्यसमिति/राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है.
उन्होंने आगे कहा, "एनसीपी के निर्वाचित प्रतिनिधियों के बहुमत के साथ-साथ विभिन्न संगठनात्मक पदों पर काम करने वाले सदस्यों के भारी समर्थन से अजित पवार को 30 जून, 2023 को एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. ऐसे में उनके पास पार्टी मीटिंग बुलाने का कोई भी अधिकार नहीं है.
वहीं दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी शरद पवार के घर पहुंचे और उनको इस स्थिति में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया.
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