Maharashtra Political Crisis: अजित पवार की बगावत के बाद बुधवार (5 जुलाई) का दिन एनसीपी के लिए बहुत अहम है. शरद पवार ने पार्टी विधायकों और नेताओं की बैठक बुलाई है, जिसमें ये साफ हो गया है कि एनसीपी का असली किंग कौन है. इस बैठक के पहले शरद पवार की बेटी एनसीपी सांसद और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कार्यकर्ताओं से भावुक अपील की है.


सुप्रिया सुले ने कहा, मैं वाई बी चव्हाण सेंटर में आप सभी का इंतजार करूंगी. 55 सेकंड के वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, 83 वर्षीय योद्धा और हमारे प्रिय नेता शरद पवार हम सभी का मार्गदर्शन करने के लिए आज वहां मौजूद रहेंगे. वह हमें पार्टी की भविष्य की योजनाएं और हमारी जिम्मेदारियां बताएंगे.


मुंबई में दोनों गुटों का शक्ति प्रदर्शन


शरद पवार ने मुंबई के वाई बी चव्हाण सेंटर में शक्ति प्रदर्शन के लिए पार्टी विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. शरद पवार गुट ने दावा किया है कि उनके पास 54 में से 44 विधायकों का समर्थन है. फिलहाल बुधवार की बैठक के बाद ये साफ हो जाएगा कि पार्टी में असल ताकत किसके पास है.


शरद पवार के खिलाफ जाकर शिंदे सरकार में शामिल होने वाले अजित पवार ने भी बुधवार को ही बैठक बुलाई है. अजित पवार खेमे की बैठक बांद्रा के मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट परिसर में हुई. बैठक में छगन भुजबल ने मंच से दावा किया कि उनके साथ 40 से ज्यादा विधायक हैं. 


अजित पवार को लेकर शिंदे गुट में नाराजगी


अजित पवार को सरकार में शामिल करने पर सीएम एकनाथ शिंदे की अपनी ही पार्टी शिवसेना में विरोध शुरू हो गया है. शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, अजित पवार के साथ आने ने शिवसेना और बीजेपी दोनों के विधायकों में नाराजगी है. हमने सीएम को इस बारे में बता दिया है.


शिरसाट ने कहा, एनसीपी से कुछ लोग टूटकर हमारे साथ आएंगे यह मुझे पहले से ही पता था और मैंने यह बात सब से कहीं भी थी, लेकिन एनसीपी में इतनी जल्दी बगावत होगी यह नहीं सोचा था. हमें किसी और की जरूरत नहीं थी. अब हमारे अपने लोगों के बीच में असमंजस की स्थिति है.


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