NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में आए तूफान ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. एनसीपी (NCP) की बगावत के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार (Ajit Pawar) कई विधायकों को साथ लेकर एनडीए में चले गए हैं. उन्होंने रविवार (2 जुलाई) को एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इस सियासी घटनाक्रम पर बड़े-बड़े नेताओं के बयान आ रहे हैं.
अब इस मसले पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. शिवसेना (यूबीटी) के चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो नया गठबंधन हुआ है, वह आने वाले समय में सरकार अच्छे से चलाएं. राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेश बैस ने जहां अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई, वहीं एमसीपी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.
एनसीपी के इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ
मंत्री पद की शपथ लेने वालों में छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं. उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी ने देश के विकास के लिए एकनाथ शिंदे सरकार का हिस्सा बनने का फैसला किया. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की भी सराहना की.
अजित पवार ने एनसीपी पर ठोका दावा
उन्होंने कहा कि वे भविष्य के सभी चुनाव एनसीपी के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे. पार्टी के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने सरकार में शामिल होने के फैसले का समर्थन किया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि पटना में हाल में हुई विपक्ष की बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मौजूदगी से अजित पवार और उनके समर्थक खफा थे.
शरद पवार ने भतीजे की बगावत पर क्या कहा?
अजित पवार की बगावत पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि लोग चले गए, लेकिन मुझे उनके भविष्य की चिंता है. आज का घटनाक्रम दूसरों के लिए नया होगा, लेकिन मेरे लिए नहीं. मुझे महाराष्ट्र के लोगों, खासकर युवाओं पर भरोसा है. जिन लोगों ने पार्टी लाइन का उल्लंघन कर शपथ ली, उन पर फैसला लेना होगा. अजित पवार ने बिना मुझसे बात किए ये कदम उठाया है. ये गुगली नहीं है, ये रॉबरी है, ये छोटी बात नहीं है.
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