Maharashtra Politics: अजित पवार इस मंत्रालय को लेकर अड़े, सीएम शिंदे और फडणवीस से आज होगी मुलाकात
Maharashtra Political Crisis: अजित पवार ने कई एनसीपी विधायकों को साथ लेकर बगावत करते हुए शिंदे सरकार को समर्थन दिया है. उन्होंने खुद को असली एनसीपी बताया है.
NCP Political Crisis: एनसीपी से बगावत कर अजित पवार ने 2 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार से हाथ मिला लिया था और राज्य के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. अब सूत्रों के हवाले से पता चला है कि अजित पवार वित्त मंत्रालय की मांग कर रहे हैं.
सीएम एकनाथ शिंदे ने अभी तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं किया है. शुक्रवार (7 जुलाई) को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अजित पवार के साथ बैठक होगी, जिसमें विभागों के बंटवारे पर चर्चा हो सकती है.
फडणवीस के पास है वित्त मंत्रालय
बता दें कि, इस वर्तमान में वित्त मंत्रालय उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास है. महाराष्ट्र कैबिनेट में अब 29 मंत्री हो गए हैं और इसमें 14 नए मंत्री और जुड़ने की संभावना है. ऐसे में विभागों का बटवारा करना शिंदे सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती का काम होगा.
शरद पवार गुट का दावा
शरद पवार (Sharad Pawar) गुट ने दावा किया था कि अजित पवार के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने और कैबिनेट में एनसीपी विधायकों को शामिल करने के बाद से शिंदे गुट की शिवसेना और बीजेपी में सब ठीक नहीं है. हालांकि, सीएम शिंदे ने इस बात से इनकार कर दिया था.
पावर शेयरिंग पर भी चर्चा
अजित पवार ने आगामी चुनावों को लेकर भी पावर शेयरिंग पर अभी से चर्चा शुरू कर दी है. एबीपी न्यूज़ के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में अजित पवार के खेमे वाली एनसीपी ने 13 से 15 सीटों की मांग की है. इसे लेकर अजित पवार और बीजेपी में बातचीत भी हुई है.
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