MP, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के बाद क्या महाराष्ट्र में भी चौंकाएगी BJP, जानें CM को लेकर क्यों लग रहे ये कयास
Maharashtra: चुनाव में महायुति की बंपर जीत के बाद भी अभी तक NDA की तरफ से राज्य के CM के नाम का ऐलान नहीं किया गया. BJP ने अब तक न तो पर्यवेक्षक तय किया है न ही विधायक दल की बैठक की तारीख घोषित की है.
Maharashtra New CM: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ है हालांकि ये साफ है कि बीजेपी का ही मुख्यमंत्री होगा, लेकिन किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इसका अभी तक जवाब किसी के सामने नहीं आया है. बीजेपी इस फैसले को लेकर चुप है और पार्टी ने अब तक न तो पर्यवेक्षक फाइनल किया है न ही विधायक दल की बैठक की तारीख तय की है. इस स्थिति ने राजनीतिक हलकों में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है.
बुधवार (27 नवंबर) की रात गृहमंत्री अमित शाह के घर पर करीब दो घंटे तक बैठक चली जिसमें महाराष्ट्र बीजेपी की तरफ से सिर्फ देवेंद्र फड़णवीस शामिल हुए. इस बैठक को लेकर ये माना जा रहा है कि फड़णवीस मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं. हालांकि इस बैठक से निकल कर कुछ बातें ये भी सामने आई हैं जिनसे यह सवाल उठता है कि क्या बीजेपी दूसरे विकल्पों पर भी विचार कर रही है.
क्या बीजेपी चौंकाने वाला फैसला लेगी?
महाराष्ट्र चुनाव के परिणामों को आए एक हफ्ता हो चुका है, लेकिन बीजेपी ने अभी तक विधायक दल की बैठक नहीं बुलाई है. इसके साथ ही पार्टी ने अपना पर्यवेक्षक भी तय नहीं किया है. ऐसे में ये सवाल उठने लगा है कि क्या बीजेपी नेतृत्व मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई चौंकाने वाला फैसला ले सकती है? इस प्रकार के सवालों ने बीजेपी के पिछले फैसलों को याद दिलाया जहां पार्टी ने चुनाव परिणामों के बाद चौंकाने वाले फैसले लिए थे.
बीजेपी का अतीत
राजनीतिक इतिहास में बीजेपी ने कई बार अपनी रणनीतियों से सबको चौंकाया है. उदाहरण के तौर पर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना कर सभी को हैरान कर दिया था. इसी तरह राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी पार्टी ने निर्णय लेने में देरी की और बाद में अपने फैसले से सबको चौंका दिया. इस बार भी महाराष्ट्र में बीजेपी के फैसले में देरी से इस संभावना को बल मिला है कि पार्टी कोई चौंकाने वाला फैसला कर सकती है.
5 दिसंबर को शपथ ग्रहण?
महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण की तारीखें बार-बार बदल रही हैं और अब सूत्रों के मुताबिक 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण की तारीख तय की गई है. इस तारीख को लेकर भी कई कयास लगाए जा रहे हैं खासकर ये कि क्या बीजेपी इस बार भी अपने पारंपरिक फैसलों से हटकर कुछ नया करेगी.
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