महज 80 घंटों में फडणवीस सरकार का खेल खत्म, अजित पवार के बाद सीएम का भी इस्तीफा
शनिवार 23 नवंबर की सुबह साढ़े सात बजे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपद ली थी. आज पहले अजित पवार ने इस्तीफा दिया बाद में देवेंद्र फडणवीस ने भी इस्तीफे का एलान कर दिया.

मुंबई: करीब 80 घंटे के भीतर महाराष्ट्र में नई सरकार का खेल खत्म होग गया. शनिवार 23 नवंबर की सुबह आठ बजे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपद ली थी. आज दोनों ने इस्तीफा दे दिया. आज करीब तीन बजे अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके कुछ देर बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अपने इस्तीफे का एलान कर दिया.
बता दें कि आज सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि राज्य में कल यानी बुधवार को फ्लोर टेस्ट. इस फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कुछ निर्देश दिए. कोर्ट ने कहा कि इस फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट होना चाहिए. गुप्त मतदान नहीं होना चाहिए. फ्लोट टेस्ट की वीडियो रिकॉर्डिंग होनी चाहिए.
संजय राउत ने कहा- अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया है, 'दादा' हमारे साथ हैं
फ्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब देवेंद्र फडणवीस से अजित पवार के इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ''अजित पवार ने मुझसे कहा कि निजी कारणों से इस्तीफा दिया है.'' इस दौरान उन्होंने शिवसेना पर खूब निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ता की भूख के लिए शिवसेना के नेता अब सोनिया गांधी के साथ हैं. हमने शिवसेना के लिए बहुत इंतजार किया लेकिन उन्होंने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया. दूसरी तरफ से कांग्रेस और एनसीपी से बातचीत करते रहे. जो लोग कभी मातोश्री से बाहर नहीं निकला करते थे वे सरकार बनाने के लिए दरवाजे-दरवाजे जा रहे थे.
देवेंद्र फडणवीस ने ये भी कहा कि बीते विधानसभा चुनाव में लोगों ने महायुति (बीजेपी-शिवसेना गठबंधन) को बहुमत दिया. बीजेपी को सबसे अधिक 105 सीटें मिली. हम शिवसेना के साथ लड़े थे लेकिन जनादेश बीजेपी के लिए था क्योंकि हम जितनी सीटों पर लड़े थे उसमें से 70 फीसदी सीटों पर जीत हासिल की.
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