Maharashtra: 'मुझे जेल में डालने के लिए ठाकरे सरकार ने IPS अधिकारी को दिया था टारगेट', डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का दावा
Maharashtra: महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बड़ा खुलासा, मुझे जेल में डालने के लिए तत्कालीन ठाकरे सरकार ने दिया था टारगेट. फडणवीस ने IPS अधिकारी का नाम भी बताया जिसे मिला था टारगेट.
Devendra Fadnavis On Uddhav Thackeray : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा खुलासा करते हुए तत्कालीन महाराष्ट्र विकास आघाड़ी की ठाकरे सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ठाकरे सरकार उन्हें जेल में डालना चाहती थी, जिसका टारगेट तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय को दिया गया था. फडणवीस ने यह खुलासा एबीपी न्यूज़ नेटवर्क के मराठी चैनल एबीपी माझा के विशेष कार्यक्रम ‘माझा महाराष्ट्र.. माझा विज़न’ के मंच पर कहा .
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुलासा किया है कि मुझे जेल में डालने का टारगेट ठाकरे सरकार के दौरान तत्कालीन सीपी संजय पांडेय को दिया गया था. फडणवीस ने कहा, 'पिछले ढाई साल की सरकार में तत्कालीन सीपी संजय पांडेय को मेरे खिलाफ केस दर्ज करने, मेरे खिलाफ क्रिमिनल केस फाइल करने, मुझे जेल में डालने का टारगेट दिया गया था. बेशक मैने ऐसा कुछ भी नहीं किया था कि मुझे जेल में डाल सके. इसलिए उनका प्रयास सफल नहीं हुआ.’
उनके प्रयास सफल नहीं हुए
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं राजनीतिक दुश्मनी नहीं रखता. राजनीतिक दुश्मनी से हमारी सरकार नहीं बढ़ेगी. लेकिन इस ढाई साल की सरकार में तत्कालीन सीपी संजय पांडेय को मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने, मेरे खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने और मुझे जेल में डालने का लक्ष्य दिया गया था. बेशक मैंने ऐसा कुछ नहीं किया कि वे मुझे जेल में डाल सकें. इसलिए उनके प्रयास सफल नहीं हुए. लेकिन महाविकास अघाड़ी सरकार की ओर से मुझे किसी भी मामले में फंसाने और जेल में डालने का आदेश था, यह भी सत्य है. पुलिस प्रशासन में किसी से भी पूछो, वे यही कहेंगे."
उद्धव ठाकरे से कोई दुश्मनी नहीं है
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मेरी आज भी उनसे (उद्धव ठाकरे) कोई दुश्मनी नहीं है. लेकिन उन्होंने मेरे लिए मातोश्री के दरवाजे बंद कर दिए. उन्होंने मेरा फोन तक नहीं लिया. पांच साल तक हम जिसके साथ काम करते हैं, जिसके साथ सरकार चलाते हैं कम से कम, शिष्टाचार के नाते फोन उठा सकते हैं और कह सकते हैं कि मैं आपके नहीं आना चाहता. लेकिन आपने मेरे लिए मातोश्री के दरवाजे बंद कर दिए. मुझे इसके लिए खेद है."
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