(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
महाराष्ट्र: नाकाबंदी लगाकर पुलिस ने शख्स को पकड़ा, कोरोना वायरस पीड़ित संदिग्ध समझकर बस यात्रियों ने की थी शिकायत
कोल्हापुर पुलिस तुरंत हरकत में आई और संबंधित बस, जिसमें ये शख्स सवार था, तुरंत उसे नाकाबंदी लगाकर रोका गया.उस बस में बैठे शख्स को उतारा गया और तुरंत उसे कोल्हापुर के सीपीआर अस्पताल जांच के लिए ले जाया गया.
महाराष्ट्र: जैसे-जैसे कोरोना वायरस के मामले देश में बढ़ते नजर आ रहे हैं और लोगों में इसको लेकर जागरूकता बढ़ रही है, वैसे-वैसे ही कोरोना संबंधित खबरें भी आ रही हैं. कहीं नकली सैनिटाइजर पकड़ा जा रहा है, तो कही नकली मास्क.
महाराष्ट्र के कोल्हारपुर में पुलिस ने एक शख्स को नाकाबंदी लगाकर पकड़ा. दरअसल शख्स दुबई से महाराष्ट्र आया था और वो अपने घर कोल्हापुर जा रहा था, जिसके लिये उसने एसटी बस का इस्तेमाल किया. बस में बैठते वक्त उसने चेहरे पर मास्क और हाथों में ग्लव्स भी पहने थे. साथ ही उसके साथ बैग भी था, जिसपर एयरपोर्ट से आने वाला टैग लगा था. बस में बैठे अन्य लोगों ने इसे बाहर से आया यात्री समझकर कोरोना संक्रमित मरीज समझा और इसकी खबर पुलिस को दी.
कोल्हापुर पुलिस तुरंत हरकत में आई और संबंधित बस, जिसमें ये शख्स सवार था, तुरंत उसे नाकाबंदी लगाकर रोका गया. उस बस में बैठे शख्स को उतारा गया और तुरंत उसे कोल्हापुर के सीपीआर अस्पताल जांच के लिए ले जाया गया.
हालांकि जिस शख्स को कोल्हापुर पुलिस ने कोराना वायरस से पीड़ित संदिग्ध व्यक्ति समझकर पकड़ा है, उसने पुलिस को बताया कि वो दुबई से जरूर आया है, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर उसकी जांच दिल्ली और मुंबई में हो चुकी है. फिलहाल इस शख्स को पुलिस ने अभी कोल्हापुर के अस्पताल में ही रखा गया है.
लेकिन सवाल ये है कि जो लोग बाहर देश से भारत आ रहे हैं, उनकी एयरपोर्ट पर जांच भी हो रही है, क्या जांच के बाद उन्हें किसी भी तरह का ऐसा पेपर दिया जा रहा है, जिससे पता चल सके कि उस व्यक्ति की कोरोना वायरस को लेकर एयरपोर्ट पर जांच हो चुकी है. क्योंकि एयरपोर्ट से निकलकर तमाम लोग अपने अपने शहरों को जा रहे हैं और वहां उन्हें भी सदिग्ध के तौर पर देखने की घटनाएं सामने आना शुरू हो गई. ऐसे में उनके पास कुछ प्रूफ होना चाहिए जिसे वो पुलिस या स्वास्थ्य विभाग को दिखा सकें और बता सकें कि एयरपोर्ट पर उनके स्वास्थ्य की जांच हो चुकी है.