Maharashtra Police: सरकारी नौकरी की चाह में युवाओं में होड़ दिखना आम बात है, लेकिन महाराष्ट्र पुलिस विभाग के अलग अलग पदों आज के समय में चर्चा का विषय बना हुआ है. जहां महाराष्ट्र पुलिस ने इस साल मार्च महीने में 17 हजार 471 पर कांस्टेबल की भर्ती का ऐलान किया था. इस दौरान पुलिस के भर्ती विभाग को 17 हजार 471 पदों के लिए 17 लाख 76 हजार आवेदन मिले. जिनमें खासतौर पर इंजीनियर, डॉक्टर समेत एलएलबी डिग्री वाले शिक्षित युवा भी शामिल हैं.
दरअसल, महाराष्ट्र पुलिस विभाग ने 17 हजार पदों पर वैकेंसी की घोषणा की. इस घोषणा के बाद ही महाराष्ट्र के अलग अलग जिलों से इच्छुक उम्मीदवारों ने फॉर्म भरना शुरू कर दिया. इस दौरान महाराष्ट्र पुलिस के स्पेशल आईजी ट्रेनिंग राजकुमार भटकर ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस विभाग के अलग अलग 17 हजार पदों के लिये 17 लाख 76 हजार 256 अर्जियां आई हैं. इनमें से 41 फीसदी आवेदन ऐसे हैं जिन्होंने हायर एजुकेशन हासिल की हुई है. इसमें इंजीनियर, डॉक्टर, एमबीए, एलएलबी, एमएससी, बी-टेक शामिल हैं.
जेल विभाग में 1800 पद पड़े हैं खाली- राजकुमार भटकर
वहीं, आईजी ट्रेनिंग राजकुमार भटकर ने आगे बताया कि जेल विभाग के लिए 1 हजार 800 पद रिक्त खाली पड़े हुए हैं, जिसके लिए 3 लाख 72 हजार लोगों ने अर्जी दायर की गई है. बता दें कि, लोकसभा चुनाव के चलते भर्ती की प्रक्रिया पूरी करना संभव नहीं था. ऐसे में इस भर्ती की प्रक्रिया 19 जून से शुरू की जाएगी, जिसमें लिखित परीक्षा और फिजिकल परीक्षा हर जिले में होने वाली है.
पुलिस भर्ती में इंजीनियर, डॉक्टर, MBA, LLB डिग्री वाले शामिल
आईजी ट्रेनिंग राजकुमार भटकर ने बताया कि हमने अपने एडवरटाइजमेंट में यह भी साफ किया है कि कोई भी इच्छुक उम्मीदवार दो जगह पर अर्जी नही भर सकता, लेकिन दो अलग अलग पदों के लिये अर्जी कर सकता है. वहीं, यह भी पता चला है कि जिन उम्मीदवारों ने अर्जी की है उनमें से कई लोग इंजीनियर, वकील और हाई एजुकेशन लिए हुए विद्यार्थी भी शामिल हैं.
अब भी सरकारी नौकरियों की जबरदस्त लालसा
इस दौरान जब एबीपी न्यूज ने पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे कि स्टूडेंट से बातचीत की जिसमें उन्होंने बताया कि सरकारी नौकरी हमेशा से लोगों के लिए प्राथमिकता होती है और इसके पीछे की वजह है जॉब सिक्योरिटी. लेकिन कोविड काल के समय जिस तरह से प्राइवेट नौकरी करने वालों को बड़ी संख्या में निकाल दिया गया. उसके बाद से तो सरकारी नौकरी पर लोगों का और भी विश्वास बढ़ गया है.
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