Maharashtra: महाराष्ट्र में कई ऐसे वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक हैं जो कि महीनों से अपने प्रमोशन के इंतजार में हैं. इनमें से कई ऐसे हैं जिन्हें कि उनके रिटायरमेंट के दिन प्रमोशन मिला. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सितंबर 2022 में करीब 175 वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों को प्रमोट कर उन्हें असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस बनाया जाएगा. लेकिन अब 4 महीने से किसी को प्रमोट ही नहीं किया गया.
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान 5 से 7 वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक 1991-92 बैच के अधिकारी हैं, वो जिस दिन रिटायर हुए उन्हें उसी दिन प्रमोट कर एसपी बनाया और रिटायर कर दिया गया. एक अधिकारी ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान बताया कि रिटायरमेंट के दिन प्रमोशन मिलना बड़ा ही अजीब लगता है. ऐसा इसलिए क्योंकि डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी (DPC) कई महीने पहले इनके प्रमोशन पर मुहर लगा चुकी है.
कितनी पोस्ट है?
महाराष्ट्र डीजीपी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य में ACP की कुल पोस्ट 754 है. इसमें से 279 पोस्ट खाली है. पिछले साल 175 लोगों को प्रमोट करना तय किया गया था लेकिन कुछ लोगों ने प्रमोशन के लिए अपनी सहमति नहीं दी तो आंकड़ा 163 हो गया. फिर कुछ लोगों ने प्रमोशन से मना किया तो अब यह 152 पहुंच गया है.
अधिकारी ने क्या कहा?
अधिकारी ने बताया कि हमने डीपीसी के निर्णय के बाद दूसरी रेवेन्यू डिवीजन बांटने वाली प्रक्रिया को पूरा कर लिया और डीजीपी ऑफिस के स्तर पर सारी बातें पूरी हो चुकी है. अब मंत्रालय आगे की प्रक्रिया पूरी कर इन अधिकारियों को प्रमोट कर उन्हें पोस्टिंग देनी है, जो किसी कारण से रुकी हुई है.
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने क्या कहा?
एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक (जिसे प्रमोशन का इंतजार है) ने बताया, “हम कई दिनों से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया. हम 1991-92, 1992-93 बैच के लोग हैं और हर महीने कई लोग रिटायर हो रहे हैं. मार्च के महीने में 5-6 लोग, अप्रैल के महीने में 8 लोग और मई के महीने में 10 के करीब लोग सेवानिवृत्त हुए हैं''
रेवेन्यू डिवीजन क्या है?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र को 7 रेवेन्यू डिवीजन में बांटा गया है. इसमें नागपुर डिवीजन, अमरावती डिवीजन, पुणे डिवीजन, औरंगाबाद डिवीजन, नासिक डिवीजन, कोंकण -1 डिवीजन और कोंकण -2 डिवीजन हैं.
अधिकारियों का प्रमोशन रह जाता है. डीपीसी से जिनके नाम सामने आते हैं उन्हें हम पूछते हैं कि वो किस रेवेन्यू डिवीजन में काम करेंगे. इसके बाद हम वहां कितने पद खाली हैं, उसके हिसाब से उनकी उस डिवीजन में प्रमोशन के साथ पोस्टिंग की जाती है.