औरंगजेब और टीपू सुल्तान की हाथ में फोटो लेकर कर रहे थे डांस, 8 के खिलाफ केस दर्ज, दो गिरफ्तार
Maharashtra: घटना के विरोध में शहर के स्थानीय हिंदू संगठन ने औरंगजेब के पुतले को जलाया. इसके अलावा शहर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
![औरंगजेब और टीपू सुल्तान की हाथ में फोटो लेकर कर रहे थे डांस, 8 के खिलाफ केस दर्ज, दो गिरफ्तार maharashtra police filed case against 8 people dancing with photographs Aurangzeb Tipu Sultan two arrested ann औरंगजेब और टीपू सुल्तान की हाथ में फोटो लेकर कर रहे थे डांस, 8 के खिलाफ केस दर्ज, दो गिरफ्तार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/16/aaa995c2959b01d02d134e46dcc246341673852284103330_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra News: महाराष्ट्र में वाशिम जिले में रविवार (15 जनवरी) रात ही डांस का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ लोग मुगल शासक औरंगजेब की फोटो लेकर नाच रहे थे. वायरल वीडियो को लेकर हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. अब पुलिस ने डांस कर रहे लोगों में से 8 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, जिले के मंगरुलपिर में दादा हयात कलंदर साहब का संदल जुलूस 14 जनवरी की रात में निकाला गया था.
संदल में नाचने वालों की भीड़ में दो बड़े-बड़े फोटो लहराए गए, जिसमें एक टीपू सुल्तान और दूसरा फोटो औरंगजेब का था. वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने कुल 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामले में अब तक 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. घटना के विरोध में शहर के स्थानीय हिंदू संगठन ने औरंगजेब के पुतले को जलाया. शहर में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
कुछ दिनों पहले भी छिड़ा था विवाद
इससे पहले महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर कुछ दिनों पहले ही विवाद छिड़ा था. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा था कि औरंगजेब क्रूर था, लेकिन हिंदू विरोधी नहीं था.आव्हाड ने कहा था कि छत्रपति संभाजी सरदेसाई वाडा, संगमेश्वर में थे. उन्होंने बताया था कि औरंगजेब को यह सूचना किसने दी? यहीं पर असली इतिहास निहित है.
जितेंद्र ने बताया कि उसे बहादुरगढ़ लाया गया, जहां उसकी आंखें निकाल दी गई. बहादुरगढ़ किले के करीब एक विष्णु मंदिर था, अगर औरंगजेब हिंदू द्वेषी होता तो वह विष्णु मंदिर को भी तोड़ देता. आव्हाड राज्य विधानसभा में छत्रपति संभाजी पर विपक्ष के नेता अजीत पवार की टिप्पणी का बचाव करने की कोशिश कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा था कि मराठा राजा ने अपने जीवन में कभी भी धर्म या धर्म का समर्थन नहीं किया.
यह भी पढ़ें
'इस्लाम ने भारत को दिया लोकतंत्र का तोहफा', बोले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)