Maharashtra Police: राज्य में लॉ एंड ऑर्डर बरकरार रखने के लिए महाराष्ट्र पुलिस ने जारी किया आदेश, कहा- पुलिसकर्मी इन 9 बातों का रखें विशेष ध्यान
Festive Season in Maharashtra: देश में ईद का त्योहार बड़ी खुशी के साथ मनाया जा रहा है. कहीं कहीं हिंसा की खबरें भी सामने आ रही हैं. ऐसे में महाराष्ट्र पुलिस ने लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के आदेश दिए हैं.
Law And Order In Maharashtra: देश में ईद का त्योहार बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जा रहा है. कहीं बड़ी ही शांति के साथ इसे मनाया गया तो कहीं-कहीं हिंसा की घटनाएं भी सामने आईं. ऐसे में महाराष्ट्र में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बरकरार रखने के लिए पुलिस ने अपने साथियों के लिए एक आदेश जारी किया है. इस आदेश में पुलिस ने 9 प्वाइंट्स दिए हैं जिनको ध्यान में रखकर पुलिस कर्मियों को काम करना है. विशेषरूप से ईद के त्योहार के समय. पता हो कि महाराष्ट्र में इस समय हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर को लेकर विवाद चल रहा है.
महाराष्ट्र पुलिस को इन 9 प्वाइंट्स पर काम करने के लिए कहा गया है-
1-सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के उद्देश से मैसेज, फ़ोटो, वीडियो डाले जा सकते हैं जिससे हिंसा फैल सकती है और इसकी वजह से महाराष्ट्र में इसके पहले भी लॉ एंड ओर्ड़र की स्थिति ख़राब हुई है इस वजह से रमज़ान ईद के समय ऐसे पोस्ट सोशल मीडिया पर ना हो इसका ख़याल रखा जाए और ऐसा करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त करवाई की जाए.
2- रमज़ान ईद के समय गोहत्या, गोमांस का ट्रांसपोर्ट होते हुए अगर हिंदुत्ववादी संघटनाओं की नज़र में आया तो इसका परिणाम महाराष्ट्र में दिखाई दे सकता है ऐसे में अवैध रूप से होने वाले प्राणियों के ट्रांसपोर्ट पर ध्यान दिया जाए ताकि तनाव पूर्ण माहौल न बने.3- पहले भी रमज़ान के समय पोस्टर लगाने को लेकर कई मामले राज्य में दर्ज हो चुके हैं इसलिए जो भी पोस्टर मुस्लिम संगठन या राजनीतिक दल लगाना चाहते हैं उसके लिए इजाज़त ली जाए और बिना इजाजत के ना लगाने दिया जाए और उसके कंटेंट को भी देखा जाए.
4- रमज़ान के समय बिजली की समस्या अगर आए तो मुस्लिम समाज या उनसे जुड़े संगठनों की तरफ से आंदोलन या दूसरे प्रकार की प्रतिक्रिया देखने मिल सकती है, इस वजह से सम्बंधित डिपार्टमेंट से बात कर इसपर नज़र रखी जाए.
5- अदालतों के आदेश के बाद स्पीकर की आवाज़ पर लगे प्रतिबंध को लेकर हिंदुत्ववादी संगठनों और मुस्लिम संगठनों के बीच आरोप प्रत्यारोप हो रहे हैं और ये रास्ते पर भी आ सकते हैं ऐसे में इसपर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है.
6- रमज़ान ईद के बाद बासी और तिवासी ईद के समय मुस्लिम महिला और युवा वर्ग फ़िल्म देखने या फिर गार्डन में जाते हैं ऐसे में महिलाओं या बच्चों के साथ छेड़छाड़ जैसी घटना ना हो इसपर ध्यान रखा जाए नहीं तो लॉ एंड ऑर्डर पर प्रश्न खड़ा हो सकता है.
7- धार्मिक स्थल मस्जिद पर रमज़ान की नमाज़ पढ़ने के लिए भीड़ जमा होती है ऐसे में वहाँ किसी भी तरह की घटना ना हो, असामाजिक तत्व वहाँ ना आ जाए इसका भी बारीकी से ध्यान रखा जाए.
8- अगर किसी भी साम्प्रदायिक बातों का रूपांतरण हिंसा में हो जाए ऐसे स्थिती में सीनियर अधिकारियों से बातकर तुरंत सम्बंधित करवाई की जाए.
9 - क्रिमिनल हिस्ट्री वाले लोगों के ख़िलाफ़ प्रतिबंधित करवाई की जाए.