BJP's Plan: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट (Maharashtra Political Crisis) के बीच सोमवार को बीजेपी (BJP) के कोर ग्रुप की बैठक हुई. बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि बगावत का सामना कर रही शिवसेना (Shiv Sena) के नेतृत्व वाली उद्धव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है. हालांकि सूत्रों ने साफ किया कि यह प्रस्ताव बीजेपी (BJP) नहीं लाएगी. छोटी पार्टी की तरफ से फ्लोर टेस्ट की मांग की जा सकती है.
बीजेपी को पूरी उम्मीद है कि शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिर जाएगी. सूत्रों ने बताया कि बीजेपी ऐसी स्थिति में शिंदे गुट के साथ सरकार बना सकती है. पार्टी ने सभी बीजेपी विधायकों को मुंबई में रहने के लिए कहा है.
राज्यपाल लेंगे फैसला!
सूत्रों ने यह भी बताया कि राज्यपाल भी मौजूदा स्थिति पर स्वत: संज्ञान ले सकते हैं और सरकार से फ्लोर टेस्ट के लिए कह सकते हैं. राज्यपाल को लगता है कि सरकार बहुमत खो चुकी है तो राज्यपाल खुद भी डिप्टी स्पीकर को निर्देश दे सकते हैं कि एक तय सीमा के अंदर बहुमत परीक्षण करायी जाए.
'बीजेपी के पास अधिक विधायक'
बीजेपी के उच्च सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महा विकास आघाड़ी के पास इस वक्त अधिकतम 116 विधायकों का समर्थन है. अगर शिंदे कैंप के विधायक वोटिंग से गायब भी रहते हैं यानी गुवाहाटी से नहीं आते हैं तब भी बीजेपी के पास कुल 128 विधायकों का समर्थन.
बीजेपी विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि बीजेपी इस राजनीतिक अस्थिरता में क्या भूमिका लेनी चाहिए इस पर आज की बैठक में चर्चा हुई है और हमने निर्णय लिया है कि हम वेट एंड वॉच की स्थिति में रहेंगे. आने वाले वक्त में कोर कमेटी की बैठक फिर बुलाई जाएगी और महाराष्ट्र के हित के लिए हम फैसला लेंगे.
उन्होंने साथ ही कहा कि शिवसेना शिंदे (Eknath Shinde) गुट की तरफ से हमें कोई प्रस्ताव नहीं आया है. शिंदे गुट के पास टू थर्ड विधायक हैं, फिर उन्हें बागी नहीं कहा जा सकता है.