Maharashtra Politics: शिवसेना को एक और झटका, कैबिनेट मंत्री उदय सामंत भी पहुंचे गुवाहाटी
Maharashtra Political Crisis: महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के लिए संकट और गहराता जा रहा है. महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत भी गुवाहाटी पहुंचे हैं.
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Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के सियासी संकट को लेकर एक तरफ एमवीए (MVA) के दल बैठकें कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ गुवाहाटी (Guwahati) में बागियों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब महाराष्ट्र के एक अन्य मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) रविवार को गुवाहाटी पहुंचे और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में विधायकों के असंतुष्ट खेमे में शामिल हो गए. सूत्रों ने बताया कि सामंत गुजरात के सूरत से गुवाहाटी पहुंचे.
सूत्रों ने बताया कि वह चार्टर्ड विमान से आये और तीन अन्य लोगों के साथ यहां गोपीनाथ बारदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरे. सामंत का काफिला, असम पुलिस के साथ, राष्ट्रीय राजमार्ग-37 के पास रैडिसन ब्लू होटल में प्रवेश करते देखा गया. अब तक, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे, संदीपन भुमरे और राज्य मंत्री शंबुराजे देसाई और अब्दुल सत्तार विद्रोही खेमे में शामिल हो चुके हैं.
22 जून से गुवाहाटी में डटे हुए हैं बागी
एमवीए सरकार के खिलाफ बगावत करते हुए असंतुष्ट विधायक मुंबई से लगभग 2,700 किलोमीटर दूर गुवाहाटी में 22 जून से डेरा डाले हुए हैं. महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायकों के एक समूह को 21 जून को मुंबई से सूरत और फिर अगले दिन गुवाहाटी ले जाया गया था. तब से, असंतुष्ट विधायकों के साथ कई निजी उड़ानें एलजीबीआई हवाई अड्डे पर उतरी हैं.
बागी विधायकों को देना है नोटिस का जवाब
महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय ने शनिवार को शिंदे (Eknath Shinde) सहित शिवसेना (Shiv Sena) के 16 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली शिकायतों के मद्देनजर उन्हें समन जारी कर 27 जून की शाम तक लिखित जवाब मांगा है. शिवसेना की ओर से कहा गया है कि 16 बागी विधायकों को नोटिस भेज दिया गया था. अयोग्यता से बचने का केवल विलय ही एक ही रास्ता है, लेकिन बागी विधायक अयोग्यता से बच नहीं सकते क्योंकि इन लोगों ने अब तक किसी पार्टी में विलय नहीं किया. सूत्रों ने बताया कि नोटिस मिलने के बाद विधायक नोटिस का जवाब देने के लिए विभिन्न विकल्पों पर रविवार की सुबह से ही चर्चा कर रहे हैं.
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