क्या घटेगा अजित पवार का ‘बल’, बीजेपी के साथ जाने की तैयारी में बागी छगन भुजबल! जानें अब तक का सियासी सफर
Chhagan Bhujbal Latest News: महायुति की मौजूदा सरकार में छगन भुजबल को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है. मंत्री पद न मिलने पर भुजबल ने अजित पवार पर भी तंज कसा था.
Maharashtra Politics Latest News: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से सियासी हलचल मच गई है. दरअसल, महायुति गठबंधन में शामिल एनसीपी अजित पवार गुट के नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल बगावत पर उतर आए हैं. मंत्रीपद न मिलने से नाराज छगन भुजबल पिछले कुछ दिन से लगातार अपना गुस्सा जता रहे हैं.
इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह पार्टी छोड़ सकते हैं. अब इस अटकल को सोमवार (23 दिसंबर 2024) को तब और बल मिला जब वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिले. चर्चा है कि वह बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, वह जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी भूमिका और आगे की योजनाएं बताएंगे.
छगन भुजबल बोले- सीएम ने मांगा है समय
छगन भुजबल ने सीएम से मिलने के बाद कहा, “मैंने आज सीएम से मुलाकात की. उनसे अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि हमें सब कुछ सुलझाना होगा. क्योंकि इस बार जो जीत मिली है उसमें ओबीसी का बड़ा योगदान है... तो हमें ओबीसी को नाराज नहीं करना है.. फडणवीस ने मुझसे आधे दिन का समय मांगा है.”
शिवसेना से हुई थी राजनीति में एंट्री
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री रह चुके छगन भुजबल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1960 के दशक में शिवसेना के साथ की थी. राजनीति में आने से पहले वह मुंबई के बायकुला बाजार में सब्जी की दुकान चलाते थे. उन्होंने 1973 में शिवसेना के टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की और राजनीति में आगे बढ़ते गए.
शिवसेना छोड़कर कांग्रेस का थामा हाथ
तत्कालीन शिवसेना सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे से मतभेद के बाद 1991 में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया, लेकिन 1999 में कांग्रेस छोड़कर शरद पवार के नेतृत्व में बनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए थे.
शरद पवार का साथ छोड़कर गए थे अजित के साथ
पिछले साल जब एनसीपी में टूट हुई तो छगन भुजबल ने शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार का साथ दिया था. वह अजित पवार गुट में चले गए थे. हालांकि मौजूदा सरकार में मंत्री न बनाए जाने से वह नाराज बताए जा रहे हैं. यही वजह है कि अब वह अजित पवार का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जा सकते हैं.
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