NCP Chief Sharad Pawar on Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है. शिवसेना के वरिष्ठ नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का कथित तौर पर पार्टी के कई विधायकों के साथ गुजरात के सूरत के एक होटल में डेरा डाले जाने की खबर है. गठबंधन में शामिल शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी तीनों दलों से एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं. इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा है कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में तीसरी बार सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार बिल्कुल ठीक तरीके से चल रही है.


महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच एनसीपी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि ऐसा कभी नहीं सुना कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनना चाहते थे. उन्होंने कहा कि आज की स्थिति को देखने के बाद मुझे लगता है कि कोई रास्ता निकलेगा. उन्होंने कहा कि वो आज रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर सकते हैं.


महाराष्ट्र में सियासी हलचल पर क्या बोले पवार?


महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की नाराजगी के बाद सियासी उठापटक के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में तीसरी बार सरकार गिराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कोई रास्ता निकल आएगा. उन्होंने दावा किया कि एनसीपी के किसी मंत्री ने बगावत नहीं की है. शरद पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्य में एमवीए की सरकार ठीक तरीके से चलती रहेगी.


21 विधायकों के साथ होटल में डेरा!


सूत्रों के मुताबिक शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे कथित तौर पर 21 विधायकों के साथ संपर्क से बाहर हैं. उधर, एकनाथ शिंदे को मनाने के लिए शिवसेना प्रयास में जुट गई है. बीजेपी ने कहा है कि सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है. शिवसेना के कुछ विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के आरोपों के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है. एमएलसी चुनाव में संदिग्ध क्रॉस वोटिंग के बाद, महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार दोपहर पार्टी के सभी विधायकों की एक जरूरी बैठक बुलाई थी. 


एकनाथ शिंदे की क्या है नाराजगी?


एकनाथ शिंदे  (Eknath Shinde) कथित तौर पर पार्टी और सरकार के कामकाज में उपेक्षित होने के बाद शीर्ष नेतृत्व से नाराज हैं. कई मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि शिंदे और उनके समर्थकों ने राशि आवंटन में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) द्वारा सौतेले व्यवहार की शिकायत की थी. सोमवार को एनसीपी (NCP) ने विपक्षी बीजेपी पर महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में खरीद-फरोख्त में शामिल होने और गुप्त समझौतों में शामिल होने का आरोप लगाया था. 


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