Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट को लेकर सभी दलों की तरफ से लगातार बयान सामने आ रहे हैं. अब इस सियासी घमासान पर एनसीपी (NCP) नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने प्रतिक्रिया दी है. जयंत पाटिल ने ट्वीट कर लिखा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के लिए स्थापित सरकार है. हम अंत तक उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के साथ मजबूती से खड़े हैं. मुझे विश्वास है कि कोई भी सच्चा शिवसैनिक ऐसा व्यवहार नहीं करेगा जो आदरणीय बालासाहेब ठाकरे (Bal Thackeray) के विचारों को धोखा दे.
जयंत पाटिल ने संजय राउत के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें राउत ने कहा था कि शिवसेना एमवीए से बाहर निकलने पर विचार कर रही है. इस पर पाटिल ने कहा कि उन्होंने कुछ और सोचा होगा और फिर ऐसा कहा होगा, हम उनसे बात करेंगे. उन्होंने हमसे सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा. हम अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. हम अंत तक सीएम उद्धव ठाकरे के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे. हम इस सरकार को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे.
महाराष्ट्र में जारी है सियासी घमासान
बता दें कि, महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट को लेकर सियासी हलचल जारी है. आज पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधायकों के साथ बैठक की. हालांकि इस बैठक में मात्र 13 विधायक ही पहुंचे थे. इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे गुट में शामिल 21 विधायक उनके संपर्क में हैं, जब भी मौका मिलेगा गठबंधन सरकार बहुमत साबित करके दिखाएगी.
एमवीए से बाहर निकलने पर विचार करने के लिए तैयार- राउत
इसके बाद राउत ने एक और बयान दिया और कहा कि विधायकों को गुवाहाटी से संवाद नहीं करना चाहिए, वे वापस मुंबई आएं और सीएम से इस सब पर चर्चा करें. सभी विधायकों की इच्छा होने पर एमवीए से बाहर निकलने पर विचार करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें यहां आना होगा और मुख्यमंत्री से चर्चा करनी होगी.
शिंदे का दावा, बैठकों का दौर जारी
वहीं एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने दावा किया है उन्हें 49 विधायकों का समर्थन मिल चुका है. शिवसेना (Shiv Sena) के 42 विधायक उनके साथ मौजूद हैं. उन्होंने उन विधायकों के साथ एक वीडियो भी जारी किया था. इसी बीच कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) ने अलग-अलग बैठकें भी बुलाई हैं.
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