NCP Crisis: दिल्ली में NCP के छात्र कार्यालय से हटाई गई प्रफुल्ल पटेल की फोटो, पार्टी ने भी निकाला, अब क्या बोले सांसद?
NCP Political Crisis: अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद सोमवार (3 जुलाई) को भी महाराष्ट्र में बागी नेताओं और एनसीपी के बीच बयानबाजी जारी रही.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में रविवार (2 जुलाई) को एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने ही चाचा शरद पवार के साथ बगावत कर महाराष्ट्र सरकार से हाथ मिला लिया. जब वह उपमुख्यमंत्री पद के शपथ ले रहे थे तो वहां एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल भी नजर आए थे.
इसके बाद से ही एनसीपी के नेताओं और शरद पवार के समर्थकों में काफी रोष है. अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल के भी महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने को लेकर दिल्ली में राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस कार्यालय से उनके फोटो फ्रेम को हटा दिया गया है.
एनसीपी छोड़ने वाले सभी नेताओं का हटाया फोटो
प्रफुल्ल पटेल के फोटो फ्रेम हटाने को लेकर एनसीपी की छात्र शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दूहन ने कहा, ''हमने प्रफुल्ल पटेल और एनसीपी छोड़ने वाले अन्य सभी नेताओं का फोटो फ्रेम हटा दिया क्योंकि वे अब एनसीपी परिवार का हिस्सा नहीं हैं.
शरद पवार ने तटकरे और पटेल को किया बर्खास्त
अजित पवार की बगावत के एक दिन बाद भी महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल गर्म है. सोमवार (3 जुलाई) को एनसीपी चीफ शरद पवार ने सांसद सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल पर एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया. एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने शरद पवार से इनपर एक्शन लेने की मांग की थी.
नए गठबंधन का ऐलान
वहीं, दूसरी तरफ अजित पवार ने नए गठबंधन का ऐलान कर दिया. एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि पार्टी बहुत अच्छी तरह से चलेगी, फ़िक्र मत करो. उन्होंने कहा कि बीजेपी, शिंदे के साथ मिलकर 'महायुति' बनाएंगे.
अजित पवार गुट की नियुक्ति
शरद पवार के पार्टी से हटाने के बाद अजित पवार गुट ने सुनील तटकरे को एनसीपी का महाराष्ट्र अध्यक्ष बनाने की घोषणा की. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि सुनील तटकरे को पार्टी में संगठनात्मक बदलाव करने का अधिकार होगा. साथ ही उन्होंने खुद को एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष बताया.
क्या कुछ बोले प्रफुल्ल पटेल?
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, "अजित पवार को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है. हमने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को अपने फैसले के बारे में सूचित कर दिया है. हमारी शरद पवार से हाथ जोड़कर विनती है कि पार्टी के बहुसंख्यक वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की इच्छा का वे आदर करें. उनका आशीर्वाद हम पर और पार्टी पर हमेशा बना रहे."
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