Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है और सियासी संकट बढ़ता ही जा रहा है. संकेत मिल रहे हैं कि सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) बाजी हार गए हैं और किसी भी समय इस्तीफा दे सकते हैं. इसी बाच शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है कि विधानसभा (Maharashtra Assembly) भंग की जा सकती है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर विधानसभा भंग करने की सिफारिश होती है तो दो स्थितियां पैदा होंगी.
पहली तो बीजेपी (BJP) दावा करे कि उसके पास बहुमत है इसलिए विधानसभा भंग ना की जाए और उसे बहुमत साबित करने का मौका दिया जाए, नहीं तो दूसरी स्थिति में राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है. ऐसा होने पर 6 माह में चुनाव कराने होंगे जिसकी आशंका कम ही है क्योंकि ढाई साल पहले ही प्रदेश में चुनाव हुए हैं. ऐसे में पहले ये जान लेते हैं कि महाराष्ट्र विधानसभा की मौजूदा स्थिति क्या है और सरकार बनाने के लिए क्या समीकरण बन रहे हैं.
क्या है महाराष्ट्र विधानसभा की स्थिति?
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीट हैं. विधानसभा की मौजूदा क्षमता 287 क्योंकि मुंबई के अंधेरी पूर्व से शिवसेना विधायक रमेश लटके का हाल ही में निधन हो गया था. ऐसे में अब बहुमत के लिए 144 का आंकड़ा छूना जरूरी है. महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी के पास 169 विधायक हैं जिसमें शिवसेना के 55, एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44 विधायक हैं. वहीं एनडीए के पास 113 विधायक हैं जिसमें बीजेपी के 106 विधायक हैं. बाकी 13 निर्दलीय विधायक हैं.
अगर दल-बदल कानून लगा तो क्या होगा?
अब बागियों की बात करें तो एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके साथ शिवसेना के 34 विधायक हैं. दल-बदल कानून से बचने के लिए 37 विधायक चाहिए. अगर 37 पूरे नहीं हुए तो शिंदे समेत 35 विधायकों की सदस्यता चली जाएगी. जिसके बाद तब विधानसभा की क्षमता 252 हो जाएगी और बहुमत के लिए 127 विधायक चाहिए होंगे. ऐसे में बीजेपी के लिए सरकार बनाना मुश्किल हो जाएगा. शायद इसीलिए बीजेपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
एकनाथ शिंदे के साथ हैं कितने विधायक?
बीजेपी में हलचल जरूर है, लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी पार्टी के किसी बड़े नेता का बयान नहीं आया है. माना जा रहा है कि ये सियासी ड्रामा अभी कुछ दिन और चल सकता है. बहरहाल, अभी एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के साथ कितने विधायक हैं, इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में बुधवार सुबह गुवाहाटी एयरपोर्ट पर शिंदे के साथ 40 विधायकों को देखने का दावा किया गया है.
क्या राज्य में लगेगा राष्ट्रपति शासन?
वहीं शिवसेना (Shiv Sena) का कहना है कि उसके पास 55 में से 35 विधायक हैं. ऐसी स्थिति में दो ही रास्ते नजर आ रहे हैं एक तो शिंदे (Eknath Shinde) की रणनीति पुख्ता होने के बाद बीजेपी की तरफ से सरकार बनाने का दावा किया जा सकता है या फिर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार से बहुमत साबित करने के लिए कहा जा सकता है. अगर दोनों में से कोई भी बहुमत साबित नहीं कर पाया तो राज्य फिर राष्ट्रपति शासन (President Rule) की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है.
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