(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: ‘नहीं आएगा कोई भूकंप...’, महाराष्ट्र में विधायकों की बड़ी बगावत से बढ़ी सियासी हलचल पर बोले संजय राउत
Maharashtra Crisis: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्वव ठाकरे सरकार पर कोई संकट नहीं आने जा रहा है.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव सरकार (Uddhav) में बड़ी बगावत होते दिख रही है. शिवसेना (Shiv Sena) के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) चुनावों के बाद से शिवसेना के संपर्क में नहीं है. इस पर शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut ) ने कहा कि उद्वव ठाकरे सरकार पर कोई संकट नहीं है, सरकार के लिए कोई तूफान और भूकंप नहीं आएगा. उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी पहले भी हाथ आजमा चुकी है, लेकिन इस बार भी कामयाब नहीं होगी. शिवसेना सेना राउत का कहना है कि वो महाराष्ट्र सरकार को हिलने नहीं देंगे. सभी विधायक जल्द वापस आ जाएंगे. संपर्क न होने का मतलब ये नहीं है कि वो लोग पार्टी के खिलाफ जा रहे हैं. हमलोग राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखे हूए है. अभी कुछ बोलना जल्दीबाजी होगा.
महाराष्ट्र सरकार से 'गायब' हुए 34 विधायक
महाराष्ट्र सरकार पर संकट के बादल लगातार गहराते जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक 34 विधायक महाराष्ट्र सरकार के संपर्क में नहीं है. इसमें 29 विधायक शिवसेना के हैं और पांच निर्दलीय हैं.
महाराष्ट्र सरकार से संपर्क तोड़ने वाले विधायकों के नाम
- एकनाथ शिंदे, ठाणे
- अब्दुल सत्तार राज्यमंत्री, सिल्लोड, औरंगाबाद
- शंभुराजे देसाई, राज्यमंत्री, सातारा पाटण
- प्रकाश आबिटकर, राधानगरी कोल्हापुर
- संजय राठौड़, दिग्रस, यवतमाल
- संजय रायमुलकर ,मेहकर
- संजय गायकवाड़, बुलढाणा
- महेंद्र दलवी
- विश्वनाथ भोईर, कल्याण, ठाणे
- भारत गोगवाले, महाड रायगढ़
- संदीपान भूमरे, राज्यमंत्री
- प्रताप सरनाईक
- माजीवाड़ा, ठाणे
- शाहजी
- पाटिल
- तानाजी सावंत
- शांताराम मोरे
- श्रीनिवास वनगा
- संजय शिरसाट
- अनिल बाबर
- बालाजी किनिकर
- यामिनी जाधव
- किशोर पाटिल
- गुलाबराव पाटिल
- रमेश बोरणारे
- एनसीपी विधायक उदयसिंह राजपूत.
इसके साथ ही माणिकराव कोकाटे भी नॉट रिचेबल हैं.
महाराष्ट्र सरकार पर 31 महीने के अंदर ही मंडराने लगे संकट के बादल
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे की सरकार को बने हुए 31 महीने ही पूरे हुए थे कि उस पर गिरने का खतरा मंडराने लगा है. इसके मंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना के 14 और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुजरात के सूरत जा पहुंचे हैं. इन मंत्रियों में महाराष्ट्र सरकार के 3 मंत्री भी शामिल हैं. उधर सूत्रों की माने तो शिंदे का फोन स्विच ऑफ जा रहा है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बात उनसे नहीं हो पा रही है. उधर महाराष्ट्र के इस राजनीतिक कोहराम के बीच दिल्ली में भी हलचल तेज हो गई है. मंत्री अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने उनके घर पहुंचे हैं. उधर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मुंबई से दिल्ली जा रहे हैं. संभावना जताई जा रही है कि शिंदे विधायकों के साथ अब से कुछ देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं.
विधान परिषद चुनावों में तैयार हुई उद्धव सरकार गिराने की स्क्रिप्ट
महाराष्ट्र में राज्य सभा चुनावों के बाद विधान परिषद चुनाव में भी BJP का बड़ा दांव लगा. बीजेपी ने 5 में से 10 सीटें जीत लीं. इस चुनाव में शिवसेना और कांग्रेस क्रॉस वोटिंग का शिकार हुए तो बीजेपी को इससे फायदा हो गया. बीजेपी के विजयी नेता श्रीकांत भारतीय को 30 वोट, राम शिंदे को भी 30 वोट, प्रवीण दरेकर को 29 वोट मिले. वहीं उमा खापरे को 28 वोट और प्रसाद लाड़ को 25 वोट मिले, इस तरह दूसरी प्राथमिकता के बेस पर उन्हें विजय घोषित कर दिया गया. उधर दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी की तरफ से शिवसेना के सचिन अहीर और अमाशा पाड़्वी ने जीत हासिल की. वहीं एनसीपी से एकनाथ खदसे और राम राजे नाइक निम्बालकर ने जीत हासिल की और यहीं से कांग्रेस को यहां बड़ा धक्का लगा. उसके दो उम्मीदवारों में से भाई जगताप तो जीते, लेकिन चंद्रकांत हंडोरे को कांग्रेस के ही कुछ विधायकों ने ही धोखा दे दिया. माना जा रहा है कि कांग्रेस में लगभग पांच विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की जिसकी वजह से उसकी हार हुई.
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